जन्म से कांग्रेसी बने ‘सिद्धू’ होंगे बेघर, कांग्रेस करने जा रही उनपर बड़ी कार्यवाही, इस मामले में फंसे-
चुनाव ख़त्म होने के बाद सभी पार्टियां अपने अपने नेताओं पर शिकंजा कस रही हैं. जिनकी वजह से पार्टी को काफी नुक्सान उठाना पड़ा है. बीजेपी में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने तो बड़ी कार्यवाही करते हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को पार्टी से बाहर कर दिया है.

बीजेपी की तरह अब कांग्रेस भी एक बड़ा कदम उठा सकती है. टारगेट पर हैं नवजोत सिंह सिद्धू. सिद्धू बहुत बड़े वाला दलबदलू हैं इनका भरोसा भी नहीं है. पहले कांग्रेस में थे तो कहते थे की मैं जन्म से कांग्रेसी हूँ. फिर बीजेपी में घुस गए तो वहां कहने लगे मेरे तो खून में ही बीजेपी है. जब बीजेपी ने लात मारी तो वे फिर से कांग्रेस में आ कर जन्म से कांग्रेसी हो गए. और इनके बयान तो ऐसे रहते हैं की ये जिस पार्टी में रहते हैं उस पार्टी को शर्मिंदा होना पड़ता है.
खैर आइये नया मामला बताते है. दरअसल पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पंजाब की सभी 13 सीटों पर हार गई तो वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. बस जन्म से कांग्रेसी सिद्धू ने इसी को मुद्दा बना लिया और 17 मई को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन बठिंडा में अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के समर्थन में सभा के दौरान उन्होंने बिना नाम लिए कैप्टन के खिलाफ जैसे मोर्चा ही खोल दिया था.
नवजोत सिद्धू ने उस दौरान कहा था कि कोई बोलता है कि अगर सभी 13 सीटें हार गए तो इस्तीफा दे दूंगा, लेकिन मैं कहता हूं कि अगर बेअदबी करने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई तो मैं इस्तीफा दे दूंगा. बहुत देख लीं राज्य सभा की सदस्यताएं एवं मंत्री पद. दरअसल सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर अमरिंदर के खिलाफ नाराजगी जताते हुए आरोप लगाया था कि उन्हें अमरिंदर सिंह की वजह से अमृतसर से लोकसभा का टिकट नहीं मिल पाया. इसी बात से सिद्धू भी नाराज़ हैं.
सिद्धू के इस बयान के बाद कई मंत्री सिद्धू के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं. खबर आ रही है कि कांग्रेस चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद सिद्धू के बारे में बड़ा फैसला करेगी और उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की संभावना है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अब अपना रुख कड़ा कर लिया है. उन्होंने कहा कि मतदान से ठीक पहले गलत समय पर मेरे और पार्टी लीडरशिप के खिलाफ की गई सिद्धू की टिप्पणी से कांग्रेस को नुकसान हुआ है.
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी मेें अलग-अलग विचार होते हैं, लेकिन सिद्धू ने जो तरीका अपनाया वो गलत है. सिद्धू शायद मुझे हटाकर खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. इसकी जल्दी है उन्हें. कैप्टन ने सिद्धू के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए. उन्होंने कहा कि सिद्धू पर कार्रवाई करने का फ़ैसला पार्टी हाईकमान के हाथ है, लेकिन कांग्रेस अनुसाशनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगी.
कांग्रेस की पंजाब प्रभारी आशा कुमारी ने कहा है कि सिद्धू के खिलाफ काफी शिकायतें मिली हैं. मामला राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भी जानकारी में है. चुनाव प्रक्रिया ख़त्म होने के बाद सिद्धू के मामले में पार्टी विचार करेगी. वहीं कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा ने कहा कि सिद्धू सिर्फ दो साल पहले कांग्रेस में आए हैं और अपने नियम झाड़ रहे हैं. अपना एजेंडा दूसरे लोगों पर भी लागू कर रहे हैं. सिद्धू पार्टी और सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं.