लखनऊ आ रही हैं प्रियंका गाँधी, टूट सकता है अखिलेश का ये सपना
राजनीति में प्रियंका गाँधी के नाम की घोषणा होने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल की चर्चा जैसे बंद ही हो गई है, आये दिन हर जगह बस प्रियंका के ही चर्चे हो रहे हैं. वहीँ अब पूर्वी उत्तर प्रदेश का महासचिव का पद मिलने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा चार फरवरी को लखनऊ भी आने वाली हैं. लोगों का कहना है की प्रियंका लखनऊ से ही अपना कार्यभार ग्रहण करेंगी.

कांग्रेस पहले ही यूपी में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है. और कल शुक्रवार को राहुल गाँधी ने साफ कह दिया की प्रियंका व सिंधिया को उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनवाने की जिम्मेदारी दी गई है. ये दोनों अपने मिशन में लग जाएं. प्रियंका के सामने भाजपा के साथ सपा-बसपा गठबंधन भी होगा ऐसे में उनको एक मजबूत रणनीति बना कर आगे बढ़ना होगा.
वहीं प्रियंका के चुनावी मैदान में आने से अखिलेश और मायावती का सपना भी टूट सकता है. क्युकी एक तरफ मायावती दिल्ली की राजगद्दी का सपना देख रही है तो वही अखिलेश 2022 में दुबारा मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं. अब प्रियंका के राजनीति में आने से कांग्रेस से नाराज वोटर्स जो सपा-बसपा या अन्य पार्टी में चले गए थे वो वापस कांग्रेस में आ सकते हैं.
2019 के लोकसभा चुनाव में प्रियंका गाँधी अगर कुछ कमाल नहीं भी दिखा पाती हैं. लेकिन अगर 3 साल तक यूपी में एक्टिव रह गईं तो जरूर वो जनता को कांग्रेस की तरफ खीच लेंगी. क्योंकि प्रियंका को लोग इंद्रा का अवतार या उनका ही रूप कहते हैं. अगर 2022 तक प्रियंका सक्रिय रहती है तो अखिलेश और माया का सपना सिर्फ सपना ही रह सकता है.
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव देश का प्रधानमंत्री बदलने के अभियान में लगे हैं. इसके साथ ही उनकी पार्टी के नेता उनको ही प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट कर रहे हैं. लखनऊ में तो समाजवादी पार्टी के नेताओं ने जगह-जगह होर्डिंग भी लगा दी है. सड़कों पर नए होर्डिंग लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच रहे हैं. जिसमें अखिलेश यादव का गुणगान किया जा रहा है. पोस्टर में लिखा है कि देश में, प्रदेश में ”विश्वास है अखिलेश में”, चाहिए देश को नया प्रधानमंत्री. ये सभी पोस्टर सपा नेता अनुराग यादव ने लगवाए हैं.