पीड़ित परिवारों से मिलीं ‘प्रियंका’, नहीं रोक पाया प्रशासन, देखते रह गए डीएम-एसपी
सोनभद्र हत्याकांड को लेकर जबर्दस्त राजनीति हो रही है. कल शुक्रवार से प्रियंका गाँधी पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए धरने पर बैठी थीं. प्रशासन ने उन्हें मिलने नहीं दिया और गिरफ्तार कर चुनार गेस्ट हाउस में कैद कर दिया था.

मगर शनिवार को पीड़ित परिवार खुद प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलने गेस्ट हाउस पहुंचा गए. पीड़ित परिवार की 5 महिलाओं के साथ पुरुष भी हैं. प्रियंका गांधी ने पीड़ितों की तकलीफ सुनकर उन्हें ढांढस बंधाया. प्रशासन ने चाहे जितना भी जोर लगाया हो मगर प्रियंका ने अपनी ज़िद पूरी कर ही ली. प्रशासन बस देखता ही रह गया. प्रियंका ने कहा था कि जब तक पीड़ितों से मिलने नहीं दिया जाएगा, मैं वापस नहीं जाऊंगी.
प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं कल से कह रही हूँ कि धारा 144 का उल्लंघन नहीं करुंगी. मैं 2 लोगों के साथ जाने को तैयार हूँ. सरकारी गाड़ी में भी जाने को मैं तैयार हूँ. मगर मुझे जबरन रोका गया है. और प्रशासन मुझे रोकने का कोई ऑर्डर भी नहीं दिखा रहा है. क्या बीजेपी का कोई मंत्री-सांसद अबतक वहां गया है. आज सुबह से ही गेस्ट हाउस के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ता भारी संख्या में पहुँच रहे थे. इसको देखते हुए प्रशासन ने भी पुलिस फ़ोर्स तैनात कर दिए.
कल डाक बंगले पहुँचने के बाद प्रियंका ने कहा था कि मेरी गिरफ्तारी का कोई भी कागज प्रशासन नहीं दिखा रहा है. राज्य में कानून व्सवस्था की स्थिति ठीक नहीं है. अधिकार मांग रहे लोगों पर हमला किया गया, गाेली चलाई गई. परिजनों से मुझे मिलने नहीं दिया जा रहा है. मुझे गिरफ्तार कर चुनार किला लाया गया है. यहां से चाहे मुझे कहीं भी ले जाया जाय लेकिन मैं पीड़ितों से मिले बिना नहीं जाऊंगी.
वहीं आज कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी की अगुआई में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल राम नाइक से मुलाकात की और उत्तर प्रदेश में खराब कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया है. उधर, तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल भी आज शनिवार को बनारस पहुंचा, जिसे एयरपोर्ट पर ही हिरासत में ले लिया गया है. ये लोग भी सोनभद्र जाना चाहते थे. प्रतिनिधिमंडल में तीन सांसद और 2 विधायक हैं.