अब मेयर ‘अभिलाषा’ के करीबी गौरव के भाइयों ने खुलेआम लहराईं बंदूकें, उड़ाईं कानून की धज्जियाँ
प्रयागराज की महापौर अभिलाषा गुप्ता के सगे भतीजे सतीश मिश्रा के बेटे गौरव मिश्रा का कारनामा रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है. आये दिन कोई न कोई बवाल खड़ा ही कर रहे हैं. वजह ये है की वो अपने आप को एक बहुत बड़ा नेता समझ रहा है.

मगर हैरानी इस बात की है की प्रशासन भी आँखों पर पट्टी बांधे हुए है. अभी गौरव मिश्रा के सगे भाई शशांक मिश्रा और चचेरे भाई कुलदीप मिश्रा की सोशल मीडिया पर कई फ़ोटो वायरल हुई हैं जिसने हाथ में पिस्टल ले रखी है वो है चचेरे भाई कुलदीप मिश्रा और जो सफ़ेद कुर्ते में कांधे पर बंदूक लिए हुए है वो गौरव मिश्रा का सगा भाई शशांक मिश्रा है. बाकी उसके दोस्त हैं.
खुलेआम असलहों के साथ फोटो वायरल की जा रही हैं. जिन लोगों ने हथियार ले रखे हैं क्या इन सभी के पास इसका लाइसेंस है. गौरव मिश्रा खुद तो सरकार की हनक दिखा ही रहे हैं साथ में उनके भाई बंधू भी शुरू हो गए. लेकिन कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है क्युकी गौरव मिश्रा महापौर अभिलाषा गुप्ता को अपनी दीदी मानते हैं. या उनके पिता सतीश मिश्रा अभिलाषा गुप्ता के सगे भतीजे हैं ?
गौरव मिश्रा अपने आप को एक बहुत बड़ा नेता समझता है और टूटी हुई नंबर प्लेट की गाड़ी से चलता है. और उसी नंबर प्लेट पर उत्तर प्रदेश सरकार का लोगो भी लगा हुआ है. नंबर प्लेट से कार का नंबर भी गायब है. मगर उसको कोई पकड़ नहीं सकता है.
अभी दो दिन पहले ही एक वीडियो वायरल हुआ था जो लोकसभा इलेक्शन के समय का है जिसको खुद गौरव मिश्रा ने सोशल मीडिया पर वायरल किया है. इस वीडियो में दिख रहा है की गौरव वोट डालने गए हैं और वे अपना वीडियो भी बना रहे हैं और बीजेपी को वोट दिया है ये भी दिखाया है. जबकि कानून के हिसाब से आप बूथ के अंदर फोन नहीं ले जा सकते हैं. और किसी भी तरह का वीडियो और फोटो नहीं खींच सकते हैं.
ये एक अपराध है. ऐसा करने पर आरोपी पर कड़ी कार्यवाही हो सकती है और वो जेल भी जा सकता है. मगर महापौर अभिलाषा के करीबी गौरव मिश्रा जो मेयर को अपनी दीदी बताता है. उनके साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ है. उन्होंने खुलेआम वोटिंग के दौरान कानून की धज्जियाँ उड़ाईं पर प्रशासन आंख पर पट्टी बांधकर बैठा रहा.
इससे पहले सोमवार को गौरव मिश्रा के पिता सतीश मिश्रा अपने घर के पीछे से गन्दा पानी निकालने के लिए नाली बनवा रहे थे. मगर ये बात पड़ोसी तेज नारायण शुक्ला को पसंद नहीं आई और उन्होंने नाली का निर्माण कार्य रुकवा दिया. उन्होंने कहा कि ये नाली मेरी जमीन से होकर जा रही है इसलिए ये नाली नहीं बनेगी.
धीरे धीरे बवाल बढ़ता गया. और सतीश मिश्रा के बेटे से ये देखा न गया उसने मारपीट के लिए शहर से अपने दोस्तों को बुला लिया. सोमवार को दोपहर का समय था 4-5 गाड़ियां हूटर बजाते हुए आईं और उसमें से सब लाठी लेकर उतरे और तेज नारायण शुक्ला पर बरस पड़े. उन लड़कों को जो भी सतीश मिश्रा का विरोधी दिखा सबको जमकर पीटा. साथ में कई राउंड फायरिंग भी की और जबरन नाली का निर्माण शुरू करा दिया.
पूरी पावर होने के बाद भला कोई कैसे चुप बैठे अपनी हनक तो दिखायेगा ही. वही सतीश मिश्रा ने तेज नारायण शुक्ला के साथ किया. ग्रामीणों ने मेयर पर असलहाधारी गुंडे भेजकर मारपीट का आरोप लगाया है. हमला करने वाला मुख्य आरोपी गौरव मिश्रा मेयर को दीदी बताता है. आरोपी गौरव मिश्रा अकसर मेयर अभिलाशा गुप्ता के साथ देखा गया है.