PM से पूछा गया आपने मुस्लिमों के लिए क्या किया, मोदी बोले न किया है न करेंगे, पढ़ें ख़ास बातें
देश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कई मुद्दों पर खुलकर जवाब दिया है. इसके साथ ही कई पार्टियों को निशाने पर भी लिया है.

प्रधानमंत्री ने चुनावी रणनीतियों से लेकर गांधी-नेहरू परिवार, राम मंदिर, कांग्रेस के घोषणापत्र, राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी की राजनीति को लेकर भी बातचीत की. कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि आजादी के बाद देश में सिर्फ दो प्रधानमंत्री ऐसे बने हैं जो कांग्रेस गोत्र के नहीं हैं. बाकी जितने भी किसी और दल से बने होंगे लेकिन उनका सबका गोत्र कांग्रेस रहा है. पहले अटल बिहारी वाजपेयी और दूसरे नरेंद्र मोदी ये दो ही लोग ऐसे हैं जो कांग्रेस गोत्र से नहीं आए हैं. तभी देश को कांग्रेसी सोच वाली सरकार और बिन कांग्रेसी सोच वाली सरकार में क्या अंतर् है ये पता चला है.
मुसलमानों पर मोदी ने बोलते हुए कहा कि मनमोहन सिंह जी की सरकार ने एक सच्चर कमेटी बनाई थी और वो सच्चर कमेटी गुजरात आई थी. तब मैं वहां का मुख्यमंत्री था. सच्चर कमेटी के सारे मेंबर्स बैठे थे साथ ही मेरी सरकार के सारे अफसर भी बैठे थे. तभी सच्चर कमेटी ने मुझसे प्रश्न पूछा कि मोदी जी आपकी सरकार ने मुसलमानों के लिए क्या किया. मैंने उनको जवाब दिया था, मेरी सरकार ने मुसलमानों के लिए कुछ नहीं किया है और कुछ भी नहीं करेगी और फिर मैंने कहा कि मेरी सरकार ने हिंदुओं के लिए भी कुछ नहीं किया है और हिंदुओं के लिए भी कुछ नहीं करेगी.
उन्होंने आगे कहा कि मेरी सरकार गुजरात के सभी नागरिकों के लिए काम करती है और मेरी सरकार सब नागरिकों के लिए काम करेगी. मेरा मंत्र है सबका साथ, सबका विकास. जब मैं कहता हूं कि मैं 2022 तक हिंदुस्तान का एक भी परिवार ऐसा नहीं होगा जिसके पास अपना पक्का घर नहीं होगा. अब आप मुझे बताइए क्या मुझे ये कहना चाहिए कि मैं मुसलमानों का पक्का घर बनाऊंगा. देश के शासकों को अलगाववादी विचारों से मुक्त होना चाहिए.
बंगाल की ममता के पीएम मोदी को एक्सपायरी डेट वाला पीएम कहने पर मोदी ने कहा, हर व्यक्ति पैदा होता है. एक्सपायरी डेट लेकर के ही आता है. मैं नहीं मानता कि कोई दुनिया में ऐसा जीव है जिसकी एक्सपायरी डेट नहीं है. मेरी एक्सपायरी डेट क्या है मुझे मालूम नहीं है. जबसे ममता आईं तबसे वहां हिंसा बहुत बड़ी मात्रा में हो रही है. ये लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है. मैं चाहूंगा कि लोकतंत्र पर नजर रखने वाले लोग इस पर भी नजर रखें.
हालही में एक रैली में पीएम मोदी के कांग्रेस के घोषणा पत्र को ढकोसला पत्र कहा था. उस पर जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने परमाणु ऊर्जा संयंत्र के खिलाफ आंदोलन करने वाले 6000 से ज्यादा लोगों को देशद्रोह के कानून में जेल भेज दिया क्यों ? और आज वो दुनिया को उपदेश दे रही है. आप चाहेंगे कि देश के टुकड़े होंगे जैसी बातों को बल मिले ? आप चाहते हैं कि भारत के तिरंगे झंडे को कोई रौंद दे, राष्ट्रगान का अपमान करे ? आंबेडकर की मूर्ति तोड़ दे? इन चीजों को रोकने के लिए क्या करोगे ?