सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की स्मृति बनवाएंगे पीएम मोदी, किया ये बड़ा ऐलान
पीएम मोदी बुधवार को संसद भवन लाइब्रेरी में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश की नई पुस्तक चंद्रशेखर – द लास्ट आइकान ऑफ आइडियोलॉजिकल पालिटिक्स का विमोचन करने पहुंचे थे. वहां उन्होंने सबसे अलग और बड़ा ऐलान किया है.

विमोचन करने के बाद उन्होंने कहा कि देश में एक जमात ने डॉ. बी आर अंबेडकर, सरदार वल्लभभाई पटेल जैसी महान विभूतियों की प्रतिकूल छवि गढ़ने का प्रयास किया और कई पूर्व प्रधानमंत्रियों की स्मृतियों को मिटाने का प्रयास किया है. आज हम किसी से पूछे कि कितने प्रधानमंत्री हुए, वे कौन कौन है. तब कम लोग ही इनके बारे में पूरा बता पाएंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि देश के इन प्रधानमंत्रियों को प्रयत्नपूर्वक भुला दिया गया है, जबकि हर किसी का योगदान रहा है. उन्होंने लोगों से सवाल करते हुए पूछा कि लाल बहादुर शास्त्री जीवित लौटकर आते तो यही जमात उनके साथ क्या क्या करती? एक प्रधानमंत्री के बारे में कि चर्चा कि गई कि वे क्या पीते हैं, एक प्रधानमंत्री के बारे में धारणा बनाई गई कि वे बैठक में नींद लेते हैं.
इसलिए आप सबके आशीर्वाद से मैंने ये ठान लिया है कि दिल्ली में सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की स्मृति बनेगी और उन स्मृतियों में एक बहुत बड़ा आधुनिक संग्रहालय बनाया जाएगा. ताकि अभी की और आने वाली सभी पीढ़ी के लोग अच्छे से याद रखें. इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा, आई के गुजराल, चंद्रशेखर, डॉ. मनमोहन सिंह का भी जिक्र किया.
चंद्रशेखर की किसान पदयात्रा का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज छोटा-मोटा कोई नेता भी अगर 10-12 किमी की पदयात्रा करेगा, तो 24 घंटे खबरों में बना रहेगा. चंद्रशेखर हमेशा अटल बिहारी वाजेपयी को ‘‘गुरु जी’’ कहकर बुलाते थे और सदन में भी अगर बोलते थे तो पहले अटल जी से कहते थे, ‘‘गुरु जी, मुझे माफ़ करिये, मैं आज जरा आपकी आलोचना करूंगा.