काशी के मन में ‘कमल’ है, मैं ‘काशी वासी’ बन गया, वोटिंग के बाद सोशल मीडिया पर ‘सेल्फी’ डालिए
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण को सफल बनाने के लिए सभी पार्टियां वाराणसी पहुँच गई हैं. पीएम मोदी ने भी वाराणसी लोकसभा सीट को बचाने के लिए आज बागी के नाम से विख्यात बलिया में विजय संकल्प रैली करने पहुंचे.

इस दौरान उन्होंने कहा, मैंने कभी भी चुनाव में जाति का सहारा नहीं लिया है. जितने साल बुआ और बबुआ मुख्यमंत्री रहे हैं उतने साल मैं अकेला गुजरात का सीएम रहा हूं. पैदा भले ही अति पिछड़ी जाति में हुआ, लेकिन मेरा लक्ष्य हिन्दुस्तान को दुनिया में अगड़ा बनाने का है. मुझे मौका देकर काशी ने मेरा जीवन धन्य कर दिया. मेरा जीवन काशी के काम आया, इसका मुझे संतोष है.
पांच साल में हमने बहुत कुछ किया है और अभी आगे बहुत कुछ करना बाकी है. हमारी योजना भारत को सबसे शक्तिशाली देश बनाने की है. हम इस पर काफी हद तक सफल भी रहे हैं. इसलिए हमको अब रोकने का काम तेज हो गया है. अवसरवादी तथा महामिलावटी एक होकर विरोध में लगे हैं, लेकिन मुझे तो जनता का सहयोग है. मैं इनके प्रयास को बेकार कर दूंगा.
उन्होंने आगे कहा कि, मैं नहीं चाहता हूं कि आपकी संतान पिछड़ी जिंदगी जीने को मजबूर हों. उन्हें पिछड़ापन और गरीबी विरासत में मिले. मुझे विश्वास है कि काशी के मन में कमल है. मतदान का नया रिकॉर्ड भी बनाना होगा. क्यों न देश भर का रिकॉर्ड तोड़ा जाए. आप वोटिंग करने के बाद सोशल मीडिया पर सेल्फी जरूर डालिए, उसे देखकर मुझे आनंद होगा. मैं तो काशी वासी बन गया हूं तो अंत में यही कहूंगा–हर हर महादेव, हर हर गंगे.
मोदी ने कहा कि महामिलावट वाले, सपा हो, बसपा हो, कांग्रेस हो, यह सब मोदी को गाली देने में जुटे हैं. ऐसा कोई दिन नहीं है, जब मोदी के लिए इनके मुंह से गाली नहीं निकलती है. बतादें, बलिया में 19 मई को मतदान होना है. यहां से भदोही के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त बीजेपी के प्रत्याशी हैं.