दुनिया का सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र बनेगा जम्मू कश्मीर और लद्दाख, यहाँ पाई जाती है संजीवनी
अनुच्छेद-370 को जम्मू कश्मीर से ख़त्म करने के बाद गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रात 8 बजे देश को संबोधित किया. जिसमें उन्होंने अनुच्छेद-370 ख़त्म करने का उद्देश्य बताया और होने वाले बदलाव के बारे में बताया.

प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्रीय कर्मियों को एलटीसी, हाउस रेंट अलाउंस, एजुकेशन अलाउंस, हेल्थ स्कीम जैसी अनेक सुविधाएं मिलती हैं लेकिन जम्मू कश्मीर के कर्मचारियों को नहीं मिलती हैं. मगर अब समीक्षा करके ये सारी सुविधाएं उनको भी मुहैया कराई जाएंगी. बहुत जल्द ही जम्मू कश्मीर और लद्दाख में केंद्र और राज्य के रिक्त पदों को भरने की कोशिश जाएगी.
पीएसयू और प्राइवेट की कंपनियों को भी रोजगार के नए क्षेत्र उपलब्ध कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. साथ ही सेना और अर्द्धसैनिक बलों द्वारा स्थानीय युवाओं की भर्ती करने के लिए रैली आयोजित की जाएगी. इसके अलावा प्रधानमंत्री स्कॉलरशिप योजना का विस्तार किया जाएगा. आपको बतादें कि जम्मू कश्मीर में राजस्व घाटा बहुत ज्यादा है, इसके प्रभाव को कम करने की कोशिश भी सरकार करेगी.
वहीं जम्मू कश्मीर और लद्दाख दुनिया का सबसे बड़ा पर्यटन का केंद्र बनने की क्षमता रखता है. इसे आगे बढ़ाया जाएगा. इसके लिए केंद्र सरकार काम करेगी. ये लोगों के जीवन में परिवर्तन के लिए है. केंद्र सरकार स्थानीय जनता के सहयोग से पूरी कोशिश करेगी कि हर क्षेत्र में विकास नई उचाइयों को छुए.
पीएम मोदी ने कहा कि लेह-लद्दाख एक ऐसी पवित्र धरती है जहां संजीवनी पायी जाती है. दरअसल पीएम मोदी जिस संजीवनी की बात कर रहे थे उसे लद्दाख में लोग ‘सोलो’ कहते हैं. इस औषधि की मदद से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ शरीर को पर्वतीय परिस्थितियों के अनुरूप ढालने में भी मदद मिलती है. ठंडे और ऊंचे स्थानों पर पाई जाने वाली इस औषधि का नाम रहोडियोला (Rhodiola) है.
मुझे उम्मीद है कि इन धरती का स्वर्ग फिर एक बार पूरी दुनिया के लोगों को आकर्षित करने लगेगा. इसके बाद पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को ईद की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरकार इस बात का ध्यान रख रही है कि वहां के नागरिकों को त्योहार मनाने में कोई परेशानी ना आए. जो नागरिक राज्य से बाहर उन्हें लौटने के भी इंतजाम किए जा रहे हैं.