बीजेपी सत्ता में आते ही सारे वादे भूल गई, नहीं चाहिए मंदिर-मस्जिद: ओमप्रकाश राजभर
सुहेलदेव भारतीय जनता पार्टी के 16वें स्थापना दिवस पर शनिवार को लखनऊ में रमाबाई अम्बेडकर मैदान में महारैली का आयोजन किया गया. रमाबाई अम्बेडकर मैदान में ओमप्रकाश राजभर के पहुंचते ही वहां मौजूद लोगों में जोश भर गया. राजभर की महारैली ‘गुलामी छोडो, समाज जोड़ो’ के नारे के साथ शुरू हुई. इस महारैली को पार्टी का शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है.

नहीं चाहिए मंदिर मस्जिद
ओमप्रकाश राजभर ने जनता को सम्बोधित करते हुए साफ कह दिया कि मुझे मंदिर-मस्जिद नहीं चाहिए, बल्कि शिक्षा में विकास चाहिए. इस मौके पर राजभर ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मेरा तो सरकार से हटने का मन हो गया है, लेकिन मेरे कार्यकर्ता मुझे मना कर रहे हैं. इस महारैली में ओमप्रकाश राजभर को एक फ़ायदा भी हुआ. लोक जनशक्ति पार्टी उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष विमला देवी रैली के दौरान राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी में शामिल हो गईं. इसके साथ ही महारैली के माध्यम से पार्टी एजेंडे और लोकसभा की तैयारियों पर चर्चा भी की गई.

बड़े विकास के लिए शिक्षा की जरुरत
राजभर ने कहा, हमारा प्रयास बच्चों को डॉक्टर, मास्टर, कलेक्टर बनाने का होना चाहिए. बच्चे हमेशा बेहतर शिक्षा के माहौल में रहें. अगर कोई बड़ा विकास करना है तो शिक्षा की जरूरत है. मुझे मंदिर व मस्जिद नहीं चाहिए. महारैली से पहले ओमप्रकाश राजभर ने मीडिया से कहा कि बीजेपी ने कहा था कि वह पिछड़ी जाति के आरक्षण का बंटवारा करेगी. जिसमें पिछड़ा, अति पिछड़ा और सर्वाधिक पिछड़ा करके सभी जातियों की भागीदारी तय करेगी लेकिन ऐसा नहीं किया गया. बीजेपी सब भूल गई. राजभर ने अपनी इस महारैली से पहले ही केंद्र सरकार को चुनौती दे दी थी कि 26 अक्टूबर तक अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वो लखनऊ में विरोध यात्रा निकालेंगे.