अग्निवीर योजना क्या है जानिए पूरी जानकारी..

क्या है अग्निपथ योजना (Agniveer Scheme) औऱ इसकी जरुरत क्यों पड़ी पहले वो जान लीजिए..
- सेनाओं का सैलरी-पेंशन खर्च बचेगा..
- बचे हुए पैसों से आधुनिकीकरण हो सकेगा..
- हथियार उपकरण खरीदने के लिए पैसे बचेगें..
- अभी 60% रक्षा बजट पेंशन-सैलरी में जाता है..
- सेनाओं में सभी वर्गों को बराबर का मौका मिलेगा..
- अभी कई रेजीमेंट जातियों और समुदायों के नाम पर हैं..
- इन रेजीमेंटों में बाहरी लोगों की भर्ती पर रोक है..
- सेनाओं में खाली जगहों पर जल्दी भर्ती हो सकेगी..
- अभी सेना में करीब सवा लाख जवानों की कमी है..
- सामान्य भर्ती से कमी पूरी करने में 6-7 सात साल लगेंगें..
देश में युवाओं के लिए सेना में भर्ती होने का एक जबरदस्त चांस मिला है..भारत सरकार की तरफ से, थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों को भर्ती करने के लिए एक नई अग्निपथ ( Agniveer Scheme ) योजना का ऐलान कर दिया गया है..रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के लिए बड़ी भर्ती करने के लिए अग्नीवीर योजना को लॅान्च किया है..सरकार ने जो योजना लागू कि है इसके मुताबिक पहले 4 साल के लिए जवानों के भर्ती किया जाएगा..
और साढ़े तीन साल तक एक्टिव ड्यूटी करने के बाद 75 फीसद जवानों को रिटायर कर दिया जाएगा..एक महीने बाद सरकार 25 फीसदी जवानों को भर्ती करेगी..रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसका ऐलान तब किया जब मंत्रिमंडल की बैठक में इस नई योजना को मंजूरी मिल गई..राजनाथ सिंह का कहना है कि अग्नीपथ भर्ती योजना ( Agniveer Scheme ) एक क्रांतिकारी पहल है..जो सशस्त्र बलों को एक युवा प्रोफाइल पहचान करेगी..
क्या सैलरी मिलती होगी..अग्नीवीरों को
अग्नीवीरों ( Agniveer Scheme ) की सैलरी की स्टार्टिंग 30 हजार रुपए से होती है..चौथे साल में 40 हजार रुपए…जिसमें से 70 प्रतिशत जवानों को दी जाएगी सैलरी औऱ बाकी के 30 प्रतिशत सैलरी सरकार अपने पास रखेगी..और ये रकम सेवा निधी के रुप में सरकार जमा करवाएगी..सेवा निधि में 30 प्रतिशत योगदान सरकार भी देगी..ईपीएफ/पीपीएफ सारी सुविधाओं को मिलाकर पहले साल में अग्नीवीर 4.76 लाख रुपए पाएंगें..औऱ चौथे साल तक जब वेतन 40 हो जाएगा..तो साल में 6.92 लाख रुपए मिलेंगें..इस पैकेज के साथ कुछ भत्ते भी मिलेंगें जिसमें राशन ड्रेस रिस्क एंड हार्डशिप और ट्रैवल एलाउंस को शामिल किया जाएगा..अग्निवीरों को भारतीय सशस्त्र बलों में उनकी अवधि के लिए 48 लाख रुपए का गैर अंशदायी जीवन बीमा का कवर प्रदान किया जाएगा..
आखिर क्या है अग्नीपथ सेना..
तीनों सेनाओं में जवानों की थोड़े समय के लिए भर्ती कि जाएगी..सैन्य बलों में जवानों की सिर्फ 4 साल के लिए भर्ती होगी..इसमें 17 साल 6 महिने से लेकर 21 साल तक लोगों को भर्ती किया जाएगा..और फिर 6 महिनें की इनको ट्रेनिंग दी जाएगी..और उसके बाद ये सैन्य बलों में शामिल किया जाएगा..फिर जवान साढ़े तीन साल तक फोर्स ( Agniveer Scheme) में एक्टिव रहेंगें..उसके बाद 75 फीसदी जवानों को रिटायर कर दिया जाएगा…औऱ एक महिने बाद फिर से 25 फीसदी जवानों को भर्ती किया जाएगा..सेना में जो भी भर्ती की जाएगी वो उसी पर होगी जो सेना के नियम होंगें..जिसमें आप मेरिट और 4 साल के सेवाकाल के दौरान अपने किए गए प्रदर्शन के आधार पर केंद्रीयकृत और पारदर्शी मूल्याकन होगा 100 प्रतिशत उम्मीदवार वालंटियर के तौर पर रेगुलह काडल के लिए अपना एप्लीकेशन दे सकते हैं..
4 साल बाद क्या करेंगें अग्निवीर के जवान..
4 साल नौकरी करने के बाद जवानों को डिप्लोमा मिलेगा..जवानों को क्रेडिट स्कोर भी दिए जा सकते हैं..औऱ इसका इस्तेमाल जवान आगे की पढ़ाई करने में कर सकता है..रिटायमेंट के बाद नौकरी में सरकार भी मदद करेगी..सरकारी मंत्रालय भी जवानों का कौशल विकास करेंगें..जवान और जगहों जगहों पर नौकरी कर सकते हैं..कॅारपोरेट सेक्टर में भी नौकरी का मौका मिल सकता है..4 साल काम करने के बाद अग्निवीरों ( Agniveer Scheme) को नागरिक समाज में फिर से शामिल किया जाएगा..जहां पर वो राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में योगदान दे सकते हैं..
अग्निपथ योजना से कैसे की जाएगी सेना की बचत..
इस समय सेना का खर्च..
10 साल के एसएससी पर 5.12 करोड़ रुपए
14 साल के एसएससी पर 6.83 करोड़ रुपए
रक्षा बजट का 60% पेंशन-सैलरी में खर्च होता है..
अब अग्निवीरों में कितना खर्च होगा..
4 साल की नौकरी 80-85 लाख रुपए
1000 जवानों पर 11000 करोड़ की बचत
सैलरी-पेंशन का बोझ 30% तक कम होगा..
अग्निवीर में काम करने के बाद नागरिक के लिए दुनिया में प्रगति के लिए खुलेंगें अवसर
अग्निवीर ( Agniveer Scheme) अपनी 4 साल का काम पूरा करने पर प्रोफेशनल और पर्सनल रुप से आत्म-अनुशासित होंगे..वह निश्चित रुप से राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक बड़ा प्लस होगा..इसके बाद 11.71 लाख रुपए की सेवा निधि जो है वो अग्निवीर को अपने भविष्य के सपनों को आगे बढ़ाने में मदद करेगी..जो आमतौर पर बाकि के युवाओं के लिए नहीं हो पाता है..
क्यों किया जा रहा है सेना में अग्निपथ का वरोध
अग्निपथ ( Agniveer Scheme) का विरोध करने की बात बस इतनी-सी है कि-सिर्फ 4 साल तक नौकरी करने पर समर्पण भाव नहीं होगा..और साथ ही सीमित नौकरी करने से मुश्किल अभियानों में शामिल नहीं हो पाएंगें..और जब रिटायर हो जाएंगें तो दोबारा नौकरी मिलने में दिक्कतें आएंगीं..क्योंकि जो प्रशिक्षित जवान के हथियार उठा लेने का डर होगा..पुलिस बलों में सेना का दबदबा हो जाएगा..
नए अग्निवीर कैसे करेंगें एलओसी की चुनौतियों का कैसे करेंगें सामना..
ट्रेनिंग देने के बाद अग्निवीर ( Agniveer Scheme) भी सेना के जवानों की तरह ही हर चुनौतियों का सामना कर पाएंगें..अग्निवीरों को जो भी ट्रेनिंग दी जाएगी..उसमें कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा..और उनकी तैनाती पाकिस्तान और चीन बॅार्डर पर उनकी तैनाती की जाएगी..और इससे हमारी आॅपरेशनल क्षमता में कोई कमी नहीं आएगी..हमारी यूनिट्स में सही संख्या में इन्हें तैनात किया जाएगा..