तकिये से मुँह दबा कर की गई थी रोहित शेखर की हत्या, माँ ने भी किये कई बड़े ख़ुलासे
स्वर्गीय एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की मौत की गुत्थी उलझती ही जा रही है. 16 अप्रैल को रोहित की उनके ही घर पर संदिग्ध मौत हो गई थी. जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम हुआ और रिपोर्ट आते ही सभी के होश उड़ गए.

पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में ये साबित हो गया की रोहित ही संदिग्ध मौत नहीं बल्कि उसे मारा गया है. और वो भी गला दबा कर. रिपोर्ट आते ही पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया है. और मौत के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच रोहित की पत्नी और घर के नौकरों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस रोहित की पत्नी के फोन की सीडीआर भी खंगाल रही है. ताकि पता लग सके की हादसे वाली रात को रोहित की पत्नी ने किस-किस से बात की थी.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि किसी मुलायम वस्तु से उनके मुंह और नाक को दबाया गया, जिससे दम घुटने की वजह से उनकी मौत हुई है. रोहित के गले पर भी निशान पाए गए हैं. इससे माना जा रहा है कि तकिये से मुंह दबाकर रोहित की हत्या की गई है.
वहीं शनिवार को रोहित की मां उज्जवला भी पत्रकारों के सामने आईं और ऐसी बातों का जिक्र किया जिससे पुलिस को मामला सुलझाने में आसानी हो सके. उन्होंने बताया कि उनके बेटे को पहला हार्टअटैक 2007 में आया था. उसकी बाइपास सर्जरी भी हुई थी. उसे मानसिक यातनाएं झेलनी पड़ीं. बेटा शादी के पहले दिन से ही तनाव था. लगातार मानसिक दबाव बनाया जा रहा था. पति-पत्नी के रिश्तों में भी तनाव था.
उज्जवला ने ये भी बताया क़ी उनके बेटे ने थोड़ी शराब पी रखी थी. वो नशे में भी था. उन्होंने कहा बेटे की मौत उनके लिए बड़ा रहस्य है. उन्हें किसी पर शक तो नहीं है. पर अगर कोई संदिग्ध बात है तो वो सामने आनी चाहिए. जाने कौन सा तनाव मेरे बेटे को खा गया.
उत्तराखंड में मतदान करने के बाद सोमवार को रोहित दिल्ली लौटे थे. रोहित शेखर तिवारी की मौत उनके नई दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में स्थित घर में हुई है. मौत की ख़बर की सूचना उनकी मां ने दी जिसके बाद उन्हें फौरन साकेत स्थित मैक्स हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया था. डॉक्टरों का कहना है कि 40 वर्षीय रोहित की मौत अस्पताल में लाने से पहले ही हो गई थी.