अशोक गहलोत भी आए मल्लिकार्जुन के समर्थन में बोलो बस चले तो कोई पद ना लूं..

अशोक गहलोत

दोस्तों कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष की रेस में आए मल्लिकार्जुन खड़गे को सीनियर नेताओं का लगातार समर्थन मिल रहा है..उनके सपोर्ट में दिग्विजय सिंह के नामांकन ना दाखिल करने के बाद अब अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) भी साथ आ गए हैं..उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे से आज मुलाकात की और उसके बाद कहा कि उनका चुनाव में उतरने का फैसला बिल्कुस सही है..

यहां तक अशोक गहलोत ने भी इस दौरान खुद के अध्यक्ष की रेस से बाहर होने और सीएम को लेकर संशय पर कहने लगे की अगर बस चले तो मैं कोई पद ना लूं..कभी राहुल गांधी की यात्रा में जाउं कभी सड़कों पर उतरुं..आज हालात बेहद खराब हैं..लेकिन अगर अब मैं कोई पद को छोड़कर चला गया तो सब लोग यही कहेंगें कि तकलीफ में कांग्रेस को छोड़कर अशोक गहलोत भाग गए..

जयपुर में अपनी जादूगरी दिखाने के बाद अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने सोनिया गांधी से मुलाकात की इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहाक कि मैं पिछले 50 सालों से कांग्रेस का वफादार सिपाही रहा हूं..जो घटना दो दिन पहले हुई उसने हम सबको हिलाकर रख दिया है..मुझे जो दुख है वो मैं नहीं जान सकता हूं..पूरे देश में यह संदेश चला गया कि मैं मुख्यमंत्री इसलिए ये सब हो रहा है..

आगे उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से ऐसी स्थिति बन गई कि प्रस्ताव पारित नहीं हो पाया..ये हमारी परंपरा रही है कि एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया जाता है..मैं मुख्यमंत्री हूं और विधायक दल का नेता भी हूं..और ये प्रस्ताव पारित नहीं हो पाया..इस बात का दुख हमेशा रहेगा..और मैंने सोनिया गांधी से माफी मांगी..

अशोक गहलोत ने कहा कि मुझे जो जिम्मेदारी दी जाएगी..उसे मैं पूरा करता रहूंगा..मेरे लिए अहम यह है कि देश के एकजुट विपक्ष जरुरी है..देशवासियों का कहना है कि कांग्रेस का मजबूत होना जरुरी है..और देश को एक साथ लाने के लिए राहुल गांधी निकल चुके हैं..और मैं उनके साथ हूं..सीएम पद से इस्तीफे की पेशकश पर अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) का कहना है कि ये सब मीडिया वालों की ही देन है..मैं तो लगातार कह रहां हूं की इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी, और राजीव गांधी के समय से मैं पदों पर रहा हूं..इसलिए मेरे लिए अब कोई पद अहम नहीं है..

सचिन पायलट ने अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं..उनके बारे में सिर्फ कयास ही लगाए जा रहे हैं..उनका कोई ऐसा बयान भी नहीं आया है..जिससे ये अंदाजा लगाया जा सके कि उनका अगला कदम क्या होगा..अभी सचिन पायलट ने सिर्फ सोनिया गांधी से मुलाकात की है..इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं..लेकिन आगे क्या होगा ये सिर्फ वक्त ही बताएगा..