मुलायम के बयान से ‘गरमाई सियासत’, देखते रह गए ‘अखिलेश’ के करीबी नेता
Ulta Chasma Uc : लंबे अरसे के बाद गुरुवार को वाराणसी और जौनपुर में समाजवादी पार्टी के संरक्षक पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने पूर्वांचल की सियासत को गर्मा दिया है. मुलायम बार बार बस पूर्व कैबिनेट मंत्री पारसनाथ यादव को ही जिताने की अपील करते रहे. जिससे अखिलेश के करीबी नेताओं के चेहरे पर मायूसी छा गई.

मुलायम के बयान से गर्माया माहौल
वैसे तो मुलायम सिंह यादव भले ही राजनीति से दूरी बनाए रखते हैं लेकिन जब बोलते हैं तो सबके होश ही उड़ जाते हैं. पारसनाथ के लिए अपील से ये तो तय हो गया है की अब पारसनाथ का चुनाव लड़ना तय है. मुलायम की तरफ से उनको हरी झंडी मिल गई है. अब देखने और समझने वाली बात ये होगी की उन्हें टिकट देता कौन है अखिलेश व मुलायम. मुलायम के इस बयान पर बोलने के लिए सपा का कोई भी दिग्गज नेता तैयार नहीं है. खुद पारसनाथ भी मौन साधे हुए हैं. वे सिर्फ यही कह रहे हैं की जैसा नेता जी कहेंगे वही होगा.
अन्य दलों में मची खलबली
एयरपोर्ट पर मुलायम ने सपाइयों को चुनाव की तैयारी में जुटने को कहा और राजनीति में अपनी सक्रियता बढ़ाने का संकेत दिया. मुलायम सिंह यादव का पूरा भाषण पारस पर ही केंद्रित रहा. उन्होंने चार बार पारस का नाम लिया. अब अखिलेश की मंशा क्या है ये तो वहीं बताएंगे. मुलायम के बयानों से अन्य दलों में भी खलबली मच गई है कि पारसनाथ यादव चुनाव लड़ लड़ेंगे. बतादें पारसनाथ यादव कई बार विधायक, दो बार सांसद रह चुके हैं. राजनीति में उनकी पकड़ मज़बूत मानी जाती है.
अखिलेश ने कसा तंज
वहीं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी गुरुवार को पूर्वांचल में ही थे. जहां 2019 चुनाव को लेकर बीजेपी पर तंज कस्ते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सबका साथ लेकर अगले चुनाव में बीजेपी से फिर हिसाब लिया जाएगा. अपने फायदे के लिए बीजेपी बंटवारे में बंटवारे का खेल कर रही है. सपा ने अब बीजेपी को सत्ता से हटाने का फार्मूला तैयार कर लिया है. बीजेपी ने झूठ का सहारा लेकर हर वर्ग को धोखा दिया है.
Web Title : mulayam singh yadav and akhilesh yadav political drama in purvanchal
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