‘अनारकलियों’ के #Meetoo के आरोप में ‘अकबर’ ने बीजेपी से ‘कूच’ किया
बॉलीवुड की एक्ट्रेस तनुश्री दत्त ने अपने यौन शोषण का मुद्दा उठाया था. जिससे बॉलीवुड में घमासान मचा हुआ था. हर दिन कोई न कोई #MeToo का शिकार हो रहा था. देखते ही देखते #MeToo अभियान चल गया और अब यह सिर्फ फ़िल्मी दुनिया में नहीं रह गया है, बल्की देश के राजनेताओं पर भी इसका असर देखने को मिला है. #MeToo की बिजली विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर गिरी है. जिसके बाद उन्होंने विदेश राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है.
20 महिला पत्रकारों ने लगाए यौन उत्पीड़न के आरोप

एमजे अकबर पर 20 महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. सबसे पहले वरिष्ठ पत्रकार प्रिया रमानी ने आरोप लगाया था. प्रिया रमानी का कहना था उन्होंने आरोप लगाया था कि अकबर ने न्यूज़रूम के अंदर और बाहर उनके साथ अश्लील हरकतें की थीं. जिसके बाद अकबर के खिलाफ आरोपों की बाढ़ सी आ गई और एक के बाद एक कई महिला पत्रकारों ने एमजे अकबर पर संगीन आरोप लगा दिए.
पीएम मोदी ने इस्तीफा देने को कहा

वहीं पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर सरकार को इस मुद्दे पर आलोचनाओं का सामना न करना पड़े इसलिए पीएम मोदी ने खुद एमजे अकबर से इस्तीफा देने को कह दिया. पीएम मोदी का ये संदेशा मंगलवार को एनएसए अजीत डोभाल ने एमजे अकबर से मुलाकात करके दिया. जिसके बाद बुधवार को अकबर ने इस्तीफा दे दिया.
इस्तीफे के बाद बोले एमजे अकबर

इस्तीफा देने के बाद एमजे अकबर ने कहा कि, मैंने निजी तौर पर अपने ऊपर लगे अपराधों में न्याय पाने का फैसला किया है, इसलिए मैंने विदेश राज्य मंत्री के पद से अपना इस्तीफ़ा दे दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एमजे अकबर का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.
एमजे अकबर के इस्तीफे के बाद प्रिया रमानी ने ख़ुशी जाहिर करते हुए ट्वीट किया, “अकबर के इस्तीफ़े से हमारे आरोप सही साबित हुए हैं. हमें अब उस दिन का इंतज़ार है, जब हमें कोर्ट में न्याय मिलेगा.”