LIVE: नजरबंद हुए महबूबा और उमर अब्दुल्ला, घाटी में धारा 144 लागू, चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात
जम्मू कश्मीर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. 4 दिन से कश्मीर घाटी में चल रहा तनाव देर रात अचानक बढ़ गया है. चप्पे चप्पे पर सेना के जवान तैनात हो गए हैं. और जगह-जगह शहर में नाके लगाए गए हैं.

दरअसल अनुच्छेद-370 और 35 ए पर छिड़ी चर्चाओं के बीच जम्मू-कश्मीर में रविवार को देर रात घटनाक्रम तेजी से बदल गया है. आने जाने वाला हर वाहन चेक हो रहा है. संदिग्ध लोगों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है. पुलिस और जवान पैदल सड़कों पर गश्त भी लगा रहे हैं. यूं समझ लें कि पूरा जम्मू-कश्मीर छावनी में तब्दील हो गया है. घाटी में धारा 144 लागू कर दी गई है. सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिये गए हैं और परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं.
वहीं दूसरी तरफ कई नेताओं को नजरबंद करने की भी खबर है. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, सज्जाद लोन और महबूबा मुफ्ती को उनके ही घरों में नजरबंद कर लिया गया है. साथ ही कई नेताओं को या तो हिरासत में ले लिया गया या फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.
देर रात राज भवन में डीजीपी, राज्यपाल और मुख्य सचिव की बैठक हुई जिसके बाद घाटी में इंटरनेट, फोन, केबल नेटवर्क अन्य सेवाएं बंद कर दी गई हैं. जम्मू-कश्मीर सरकार ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि घाटी में किसी भी तरह की सार्वजनिक सभा और रैली की इजाजत नहीं है. अभी कहीं कर्फ्यू नहीं लगाया गया है. सुरक्षा कारणों को देखते हुए जम्मू में 4 हजार जवानों को तैनात किया गया है.
इस बीच जरुरी सेवाओं से जुड़े अधिकारियों या कर्मचारियों के लिए कहीं भी जाने के लिए उनका परिचय पत्र मूवमेंट पास के रूप में मान्य होगा. आम लोगों का किसी प्रकार का मूवमेंट नहीं होगा. अचानक ऐसी घोषणा होते ही आम नागरिकों में जैसे अफरातफरी मच गई है.
नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख डॉ. फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि मैं दोनों देशों (भारत और पाकिस्तान) से अपील करता हूं कि वे ऐसा कोई भी कदम न उठाएं जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़े. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की पहचान, स्वायत्तता और इसके विशेष दर्जे पर कोई भी हमला होता है तो हम सब मिलकर इसकी रक्षा करेंगे. इस बीच उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि मुझे लगता है मैं आधी रात से नजरबंद हूं. हालांकि उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
राज्यपाल ने मुख्य सचिव को घटना पर नजर रखते हुए हर घंटे रिपोर्ट देने के लिए कहा है. सभी अफसरों को संपर्क के लिए सेटेलाइट फोन दिए गए हैं, क्योंकि मोबाइल सेवाएं बाधित हैं. उधर कांग्रेस नेता उस्मान माजिद और माकपा विधायक एमवाई तारीगामी ने दावा किया है कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.
कश्मीर विश्वविद्यालय ने हालात को देखते हुए पांच अगस्त से 10 अगस्त तक सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं. हालात को देखते हुए कर्फ्यू भी लगाया जा सकता है.
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा कि मुझे घर में देर रात नजरबंद कर दिया गया है. दुनिया देख रही है कि जम्मू-कश्मीर में कैसे लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है. कश्मीर के लोगों ने एक लोकतांत्रिक भारत को चुना था, अब वही लोग अकल्पनीय अत्याचार सह रहे हैं. इस मुश्किल घड़ी में क्या होगा, इसकी जानकारी नहीं, लेकिन एक बात साफ है कि हम एकजुट हैं और मिलकर संघर्ष करेंगे.