लोकसभा चुनाव भी अकेले लड़ेंगी मायावती, कहा- सीटों के लिए नहीं मांगेंगे भीख
पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने अपना फैसला सुना दिया है की वो किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेंगी. और अकेले ही चुनाव लड़ेंगी. अब मायावती का एक और बयान सामने आ रहा है, जिससे ये एकदम साफ़ हो जाता है की वो 2019 के लोकसभा चुनाव भी अकेले ही लड़ेंगी.
सीटों के लिए भीख नहीं मांगेगी बीएसपी
बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को बीएसपी के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक और सवर्ण समाज के गरीबों की बदहाली के लिए बीजेपी और कांग्रेस को बराबर का ज़िम्मेदार ठहराया. इसके साथ ही मायावती ने कहा कि तीनों राज्यों के लिए बसपा ने केवल सम्मानजनक सीटों की शर्त रखी थी. इसका मतलब यह नहीं कि गठबंधन में बीएसपी सीटों के लिए भीख मांगेगी, बीएसपी अपने बलबूते पर ही चुनाव लड़ती रहेगी. मायावती ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश व बिहार के सर्वसमाज के लोग गुजरात में बीजेपी के ‘हेट क्राइम’ का शिकार बन रहे हैं.
कांग्रेस व भाजपा पर निशाना
मायावती कांग्रेस से पहले ही किनारा कर चुकीं हैं. सपा ने भी कांग्रेस को छोड़ दिया है, और अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है पर अखिलेश यादव का यह भी कहना है की अगर जरुरत पड़ी तो वे बीएसपी से गठबंधन की बात कर सकते हैं. वहीं मायावती के इस बयान से साफ़ है की वो किसी भी पार्टी से सीट के लिए भीख नहीं मांगेंगी, अकेले चुनाव मैदान में उतरेंगी. मायावती ने ये भी कहा कि, कांग्रेस व भाजपा सरकारों से बीएसपी को कितनी भी प्रताडऩा क्यों न झेलनी पड़े, लेकिन बसपा न तो टूटेगी और न ही झुकेगी. बीएसपी दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, मुस्लिम तथा अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ-साथ उच्च वर्ग, गरीबों, मजदूरों, किसानों के सम्मान व स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं करेगी.