दीदी के समर्थन में उतरीं बहन ‘माया’, कहा- मोदी के दबाव में काम कर रहा ‘चुनाव आयोग’
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के लिए बस आज और कल तक का समय ही बचा है. इन दो दिनों में सभी पार्टियां वोटरों को लुभाने के लिए जो करना चाहते हैं वो कर सकते हैं. इसीलिए बसपा सुप्रीमों मायावती रोज़ाना प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही हैं.

आज बृहस्पतिवार सुबह माया ने एक बार फिर मीडिया को संबोधित किया. और एक नए मुद्दे को लेकर फिर मोदी सरकार पर निशाना साध दिया है. उन्होंने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग मोदी सरकार के दबाव में काम कर रहा है इसलिए एक दिन पहले ही चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी. अगर प्रचार पर रोक लगानी ही थी तो सुबह से ही क्यों नहीं लगाई, ये गलत है. चुनाव आयोग ने बंगाल में मोदी की रैलियों को देखते हुए बृहस्पतिवार रात से प्रचार में रोक लगाई है.
मायावती ने ममता का साथ देते हुए कहा कि ये बीजेपी की एक सोची समझी साजिश है. जिसके तहत बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को काफी लंबे समय से टारगेट किया जा रहा है. जिससे कि बीजेपी सरकार अपनी विफलताओं से जनता का ध्यान हटा सके. लेकिन जनता को सब दिखता है. बीजेपी की साजिश को समझती है और यूपी की तरह बंगाल की जनता भी उनको जवाब देगी.
इससे पहले बुधवार को मायावती ने कहा था कि मोदी सरकार दलित विरोधी है. बीजेपी दलितों को गुमराह कर रही हैं. पीएम मोदी शालीनताओं को पार कर चुके हैं. मोदी जिस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उस समय मैं उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री थी, मगर उनके शासन में बीजेपी देश की सांप्रदायिकता पर एक काला धब्बा है. जबकि हमारी सरकार में उत्तर प्रदेश दंगों और अराजकता से मुक्त था.
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी मंगलवार को अलावलपुर की जनसभा में दलितों को लेकर भाजपा पर तीखा हमला बोला था. उन्होंने कहा कि बाबा सीएम योगी से मिलने गए दलितों को पहले साबुन व शैंपू से नहलाया गया था. उसके बाद योगी बाबा ने दलित समाज के लोगों से मुलाकात की थी.