आजमगढ़ में मायावती ने बदला प्रत्याशी, किसे होने जा रहा है नुकसान?

By UltaChashmaUC | April 29, 2024

यूपी की राजनीति से हर एक दिन चौंकाने वाली खबरें निकल कर सामने आ रही हैं। इस बार चौंकाया है बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने। मायावती ने आजमगढ़ में खेल कर दिया है। बसपा ने पहले आजमगढ़ से भीम राजभर को टिकट दिया था लेकिन बाद में भीम राजभर को सलेमपुर से टिकट दे दिया।और अब मायावती ने मुस्लिम प्रत्याशी को आजमगढ़ सीट से मैदान में उतार है।
मायावती ने इस बार आजमगढ़ से शबीहा अंसारी को टिकट दिया है। बहुजन समाज पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए अपनी 9वीं लिस्ट जारी की। जिसमें 3 सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा की गई।

बसपा मे तीन प्रत्याशियों की नई लिस्ट जारी की
मायावती ने संत कबीर नगर से सैयद दानिश, अमेठी से रवि प्रकाश मौर्य और आजमगढ़ से शबीहा अंसारी को टिकट दिया है। इससे पहले बीएसपी ने 25 अप्रैल को रायबरेली सीट पर भी अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी थी। ठाकुर प्रसाद यहां से बीएसपी की ओर से चुनाव लड़ेंगे। लेकिन इन सभी सीटों में अगर सबसे ज्यादा किसी सीट की चर्चा हो रही है तो वो है आजमगढ़ की सीट। जहां से मायावती ने मुस्लिम प्रत्याशी के तौर पर शबीहा अंसारी को मैदान में उतार दिया है। आजमगढ़ सीट पर चुनाव छठे चरण में होना है। 25 मई को इस सीट पर वोटिंग होनी है।

बसपा प्रत्याशी के पति कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष हैं
आजमगढ़ से शबीहा अंसारी को टिकट देने के बाद सवाल ये उठता है कि आखिर कौन हैं शबीहा अंसारी? साथ ही लोग ये जानना चाह रहे हैं कि शबीहा का अब तक का राजनीतिक सफर कैसा रहा है। बता दें, शबीहाअंसारी कांग्रेस की महासचिव रह चुकी हैं। वहीं उनके पति मसहृद अहमद मौजूदा समय में शहर कांग्रेस की नई कमेटी में उपाध्यक्ष हैं। शबीहाअंसारी साल 2022 के लोकसभा उपचुनाव में जब आजमगढ़ सीट से शाह आलम उर्फ गुड्‌डू जमाली बसपा के प्रत्याशी थे उस समय भी बसपा का प्रचार-प्रसार कर रही थी। शबीहाअंसारी पहले कांग्रेस की सचिव थी। बाद में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग का महासचिव बना दिया था। साल 2018 से 2022 तक कांग्रेस की महासचिव रहीं शबीहाअंसारी जिले के पहाड़पुर में छोटे बच्चों के लिए किंडरगार्डेन स्कूल भी चलाती हैं।

शबीहा अंसारी के आने से सपा को नुकसान
मायावती ने आजमगढ़ सीट से मुस्लिम प्रत्याशी उतार कर उपचुनाव की यादें ताजा कर दीं। पिछले उप चुनाव में धर्मेंद्र यादव सपा से मैदान में थे। दिनेश लाल यादव बीजेपी से मैदान में थे। जो कि मौजूदा चुनाव में भी प्रत्याशी हैं। बस फर्क था तो बीएसपी के प्रत्याशी का। उपचुनाव में बीएसपी की ओर से गुड्डू जमाली चुनाव मैदान में थे। जो अब सपा में शामिल हो गए हैं। वहीं बसपा की तरफ से इस बार शबीहा अंसारी चुनावी मैदान में हैं। हालांकि, उस सीट पर उप चुनाव की नौबत इसलिए आई क्योंकि, यूपी विधानसभा चुनाव में आजमगढ़ के सांसद अखिलेश यादव चुनाव लड़े और विधायक बन गए। जिसके बाद उन्होंने सांसद का पद छोड़ दिया था। फिर जो उप चुनाव हुए उसमें सपा को हार का सामना करना पड़ा था। उस उपचुनाव में हार और जीत में बीएसपी के प्रत्याशी गुड्डू जमाली किंग मेकर साबित हुए थे। हालांकि अब गुड्डू जमाली सपा में आ चुके हैं और वह एमएलसी चुन लिए गए हैं लेकिन अब मायावती शबीहाअंसारी के उतार कर उपचुनाव की तरह ही नया दांव चल कर सपा की मुसीबत बढ़ा दी है। यानी देखा जाए तो अगर मायावती की यह चाल सही साबित हुई तो सपा के लिए नई चुनौती खड़ी हो सकती है। हालांकि गुड्डू जमाली को सपा में शामिल करा कर पार्टी आजमगढ़ में आश्वस्त दिखाई दे रही है। खैर, अब मायावती आजमगढ़ में किसको और कितना डेंट पहुंचाएंगी इसके लिए हमें और आपको 4 जून तक का इंतजार करना पड़ेगा।

PUBLISHED BY- ARUN CHAURASIYA

  • Share