मायावती के रंग में रंग गए अखिलेश..करने लगे नकल..ऐसा करते देख सब हैरान रह गए

अखिलेश पर मायावती का रंग चढ़ चुका है. ये केवल जुमला नहीं है सच्चाई है. आज तक के इतिहास में यूपी के मुख्यमंत्री की शपथ लेने की घटना को छोड़कर आज तक अखिलेश ने कोई भी भाषण कागज से नहीं पढ़ा. दूसरी तरफ मायावती हैं जिन्होंने आज तक कोई भी भाषण बिना पढ़े हुए नहीं दिया.

 

मायावती के साथ गठबंधन के ऐलान के दौरान अखिलेश लखनऊ के ताज होटल में अपने समर्थकों के साथ साझा पीसी करने आए थे. पहले मायावती ने लिखा हुआ भाषण बांचा बीजेपी को कोसा फिर कांग्रेस को धोखेबाज करार दिया. फिर अखिलेश यादव भी लिखा हुआ भाषण पढ़ने लगे. इस बात ने सबको हैरान कर दिया. अखिलेश को इस रूप में पहले कभी नहीं देखा गया था. अखिलेश अपनी पीसी में हमेशा मुस्कुराते हुए लोगों से बात करते हुए नजर आते हैं लेकिन मायावती के साथ पीसी के दौरान इतना बंधे हुए थे कि लिखा हुआ पढ़ने लगे.

फोटो सौजन्य- twitter- @yadavakhilesh
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जो अखिलेश यादव आज तक लिखा हुआ नहीं पढ़ते थे. वो मायावती की तरह ही लिखा हुआ पढ़ते नजर आए. जानकार बताते हैं कि अखिलेश यादव ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वो नहीं चाहते कि पीसी में उनके मुंह से ऐसा कुछ नकल जाता या फिर उनकी जुबान फिसल जाती जिसेसे लोगों को उनकी जुबान पकड़ने का मौका मिल जाता इसलिए उन्होंने लिखा हुआ पढ़ने में ही भलाई समझी.

 

यूपी में सपा और बीएसपी 25 साल बाद साथ आए हैं. अब तक बुआ से अलग रहते हुए अखिलेश ने मायावती के खिलाफ खूब बयानबाजी की है. मायावती ने भी अखिलेश को बबुआ तक कह दिया है. इसीलिए मित्रता की पाक घड़ी में मुंह से कोई ऐसी बात ना निकल जाए जिससे दोस्ती का मजा किरकिरा हो जाए. इसीलिए अखिलेश ने भी लिखा हुआ पन्ना बांचना ही सही समझा.

 

फोटो सौजन्य- twitter- @yadavakhilesh
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मायावती और अखिलेश के बीच सीटों का आधिकारिक बंटवारा नहीं हुआ है. पहली बार साथ बैठकर अखिलेश और मायावती ने एक साथ मिलकर बीजेपी को हराने का प्लान बना लिया है लेकिन 80 सीटों में कौन किस पर लड़ेगा ये तय नहीं हुआ है. 37-37 सीटों वाला फॉर्मूल सियासी गलियारों में तैर रहा है. लेकिन हो सकता है कि अखिलेश 37 पर आ उससे कम पर लड़ें. क्योंकि सूत्र कहते हैं कि मायावती को 38 सीटों से कम पर कुछ भी मंजूर नहीं है.

 

 

फोटो सौजन्य- twitter- @yadavakhilesh
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यूपी में 80 लोकसभा सीटें हैं जिसमें 71 बीजेपी के पास है. 2 अनुप्रिया पटेल की अपना दल के पास हैं. 5 लोकसभा सीटें समाजवादी पार्टी की हैं. 2 लोकसभी सीटें कांग्रेस के पास हैं. यानी राहुल गांधी और सोनिया गांधी. मायावती के पास लोकसभा में 00 सीटें हैं लेकिन यूपी में 30 के लगभग ऐसी सीटें हैं जिनपर मायावती दूसरे नंबर पर रही थीं. यानी 2014 लोकसभा चुनाव में वोट प्रतिशत के मामले में बीएसपी पूरे देश  में तीसरे नंबर की पार्टी है.