हेमा का चुनावी स्टंट, यूं कि हम कहे देते हैं कि हम फसल भी काट लेते हैं-
लोकसभा चुनाव को देखते हुए सभी नेता प्रचार करने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं. तो वहीँ मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने भी राजनीति में एक नया तड़का लगा दिया है. जब वे किसानों के बीच पहुँच गईं और गेहूं की फसल कांटने लगीं तो वहां देखने वालों की भीड़ लग गई.

दरअसल हेमा मालिनी गोवर्धन इलाके में चुनाव प्रचार के लिए पहुंची थीं. और वहां उन्हें खेतों में किसान अपनी गेहूं की फसल काँटते हुए दिखे तो वो अपने आप को रोक नहीं पाईं और किसानों के बीच पहुंच गईं. हसिया उठाई और फसल कांटने लगी. उन्होंने काटने के बाद बालियों को उठा कर दूसरी जगह रखा. शोले की बसंती को ये सब करता देख कर किसान भी खुश हो गए. एक बार के लिए तो महिला किसानों ने अपने साथ हेमा को देखा तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ.
फसल कांटने के बाद हेमा ने सबका हाल चाल पूंछा, हेमा के साथ उनका काफ़िला मौजूद था. आपको बतादें पिछले चुनाव के दौरान भी हेमा मालिनी ने सांकेतिक गेंहू की फसल काटी थी और इसके बाद कुंआ से पानी भी खींचा था. मथुरा में लोकसभा का चुनाव में मतदान दूसरा चरण में 18 अप्रैल को है. ऐसे में किसी नेता के पास बिलकुल भी समय नहीं बचा है. और अप्रैल का महीना शुरू हो चुका है.
मथुरा में बीजेपी की हेमा मालिनी की टक्कर एसपी-बीएसपी गठबंधन के उम्मीदवार कुवर नरेंद्र सिंह और कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार महेश पाठक से है. इसलिए मथुरा यूपी की हॉट सीट मानी जा रही है. एक बात और कि हेमा मालिनी 2014 के लोकसभा चुनाव में ही पहली बार मैदान में उतरीं थीं और मथुरा में उन्हें करीब 53 प्रतिशत वोट मिले थे.
हेमा मालिनी के डायलॉग तो सिर्फ शोले के ही फेमस हुए हैं. जिसमे वे बात बात पर कहती थीं कि यूं कि मैं फ़िजूल की बात तो करती नहीं पर हम बताये देते हैं की हम बसंती हैं बसंती, और अब हेमा के धान काटने से कई डायलॉग बनाये जा रहे हैं. कि हमें बेफ़िजूल की आदत नहीं मगर कहे देते हैं की हम फसल भी काट लेते हैं.