महाराष्ट्र सरकार गिर गई ? धोखेबाजी और धूर्रतता का खेल..

जैसे यूपी में चोरी की गाड़ियां कानपुर में कटती हैं..वैसे ही दूसरी पार्टियों से चुराए गए विधायक गुजरात में रखे जाते हैं…चोरी का माल छिपाने के लिए गुजरात अच्छी जगह है..गांधी जी ने ये नहीं सोचा होगा कि उनकी धरती पर चोरी के विधायक छिपाए (Maharashtra Government Fell) जाएंगे..उनके गुजरात की धरती सत्ता की सौदेबाजी के लिए जानी जाएगी…कहते हैं शिवसेना के 29 विधायकों से बीजेपी से सौदेबाजी हो चुकी है..
शिवसेना के एकनाथ शिंदे समेत सबके फोन नॉट रीचएबल हो गए हैं..शिवसेना (Maharashtra Government Fell) के विधायक दिन तहाड़े गायब हो गए हैं.. सबको गुजरात के सूरत में रखा गया है..कुछ लोग कहते हैं..शिवसेना के 55 में से 40 विधायकों ने बगावत की है..मतलब चोरी हो गए हैं..महाराष्ट्र में कभी भी कख्तापलट हो सकता है..
धोखेबाजी और धूर्रतता का दूसरा नाम राजनीति है..महाराष्ट्र की सरकार जिस गठबंधन के दम पर बनी है उसका नाम है महाविकास अघाड़ी…शिवसेना (Maharashtra Government Fell) के नेता एकनाथ शिंदे सहित 29 से 40 विधायक बीजेपी के साथ मिल गए हैं..एकनाथ शिंदे नेता विधायक दल के नेता थे..महाविकास अघाड़ी ने शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है..मतलब महाराष्ट्र सरकार के लिए संकट की घड़ी है..
महाराष्ट्र की सरकार टिकेगी या गिरेगी..इसके लिए महाराष्ट्र विधानसभा का गणित समझना जरूरी है..महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Government Fell) में अभी 287 सीटें हैं.. सरकार बनाने के लिए बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा 144 का है..मतलब जिसके पास 144 विधायक होंगे वो सरकार बनाएगा..
एक बार ये देखने की जरूरत है कि अगर शिवसेना के 29 विधायक टूट चुके हैं तो क्या उद्धव ठाकरे की सरकार बच पाएगी..तो अगर शिवसेना के 29 विधायक बागी हो चुके हैं तो शिवसेना (Maharashtra Government Fell) के पास बचेंगे 55 में से 26 विधायक..एनसीपी के पास हैं 53 विधायक..कांग्रेस के पास है 44 विधायक कुल हुए 123 विधायक यानी बहुमत के लिए चाहिए थे.144 विधायक..29 विधायकों की बगावत के हिसाब से उद्धव ठाकरे की सरकार गिर चुकी है..
दूसरी तरफ बीजेपी के पास हैं भाजपा 106 विधायक..अगर शिवसेना के 29 बागी विधायकों को जोड़ेंगे और निर्दलीय 13 विधायक जोड़ेंगे..तो कुल हो जाते हैं..कुल 148 विधायक..यानी बहुमत के आंकड़े से 4 विधायक ज्यादा..ऐसी स्थिति में बीजेपी (Maharashtra Government Fell) की सरकार महाराष्ट्र में बन सकती है..
दोस्तों साल 2019 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 106 सीटें शिवसेना को 56 सीटें..एनसीपी को 53 सीटें और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं..बीजेपी और शिवसेना चुनाव (Maharashtra Government Fell) के पहले साथ थीं और ऐसे में दोनों के पास बहुमत का आंकड़ा था..शिवसेना महाराष्ट्र में बड़े भाई की भूमिका अदा करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव को बनाना चाहती थी लेकिन बीजेपी उद्धव को मुख्यमंत्री नहीं बनने दे रही थी..लिहाजा गठबंधन टूट गया और बीजेपी को सरकार बनाने के लिए 40 सीटों की जरूरत हो गई..बीजेपी ने अजित पवार की मदद से सरकार बनाने की नाकाम कोशिश की..आखिर में शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ हाथ मिलाकर सरकार बनाई..और उद्धव मुख्यमंत्री बने..
आज के हिसाब से एक बात और है कि अगर बीजेपी ने शिवसेना (Maharashtra Government Fell) के 36 से कम विधायक तोड़े तो बीजेपी की सरकार नहीं बन पाएगी..क्योंकि 36 से कम विधायक तोड़ने पर दल बदल कानून लागू हो जाएगा दल बदल कानून लागू होने का मतलब है बागी विधायकों की सदस्यता खत्म हो जाएगी..दल-बदल कानून से बचने के लिए एकनाथ शिंदे को अपने साथ 36 विधायको को लाना होगा..
दोस्तों एक समय था जब एक राजा दूसरे राजा के राज्य पर आक्रमण करके उसके राज्य पर कब्जा कर लेता था..लोकतंत्र में आक्रमण चोरी डकैती और मक्कारी में बदल (Maharashtra Government Fell) गया है..जो विधायक चोरी करने में..दूसरे के दल पर डकैती डालने में जितना बड़ा उस्ताद वो उतना बड़ा चाणक्य..उम्मीद है महाराष्ट्र का राजनीतिक समीकरण आपको समझ में आया होगा..आगे क्या होगा जैसे भी होगा..आपको बताएंगे..
Disclamer- उपर्योक्त लेख लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार द्वारा लिखा गया है. लेख में सुचनाओं के साथ उनके निजी विचारों का भी मिश्रण है. सूचना वरिष्ठ पत्रकार के द्वारा लिखी गई है. जिसको ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है. लेक में विचार और विचारधारा लेखक की अपनी है. लेख का मक्सद किसी व्यक्ति धर्म जाति संप्रदाय या दल को ठेस पहुंचाने का नहीं है. लेख में प्रस्तुत राय और नजरिया लेखक का अपना है.