लखनऊ का ये गांव, जहां न सड़कें हैं न नालियां और न ही किसी के घर बिजली, देखें तस्वीरें और सरकार को लिखा गया पत्र
नेता हों या मंत्री सभी शहर में रह कर मौज काट रहे हैं. और शहर में कोई समस्या आती भी है तो एक-दो दिन में हल कर दी जाती हैं. मगर क्या आप लोग शहर से निकल कर कभी बगल के गांव में गए हैं क्या वहां का कभी हाल जाना है ?

नेताओं के बयान तो बहुत बड़े बड़े आते हैं कि हमने गांव में ये कराया वो कराया लेकिन क्या कराया है वो आप खुद ही देख लें. कहीं दूर जाने की जरुरत नहीं है आपको, हम बात करने जा रहे हैं लखनऊ काकोरी के चिलौली गांव की जहां के ग्रामीण पिछले 15 सालों से सरकार को पत्र लिख रहे हैं. मगर उनकी समस्याओं को सुनने के लिए किसी नेता या मंत्री के पास समय नहीं हैं.
गांव के रासते और वहां की नालियां और नाले कुछ भी नहीं है सब टूटा पड़ा है. और रासता ठीक न होने के कारण यहाँ पर अभी तक किसी के घर में बिजली तक नहीं पहुँच पाई है. और नेता गली गली भाषण देते रहते हैं हमने हर जगह बिजली पहुंचाई है. अगर बिजली पहुंचाई है तो ये गांव क्या किसी को नहीं दिखा ? वहां के गांव वालों ने सड़कें और नालियां बनवाने के लिए सभी विभागों से कहा हैं. मगर किसी भी अधिकारी के कान में जूं तक न रेंगी.
शहर में सड़क और नालियां बनी होने के बावजूद बारिश के वक्त सभी सड़कें पानी में डूब जाती हैं. तो जरा सोचिये तो की इस गांव में न तो सड़क है और न ही नालियां बारिश के वक्त यहाँ क्या हाल होता होगा. मगर इन फोटोज़ में वो हाल भी देख सकते हैं. की कैसे सारी गलियां नदी बन गई हैं. और सीबरों का पानी भी इसी में बह रहा है. और गांव के लोग उसमे जाने को मजबूर हैं. करें तो भी क्या करें. नेता तो A.C. में बैठते हैं उनको क्या दिक्कत है.
ऐसे ही गंदे पानी में जब बच्चे उतरेंगे तो उन्हें इससे कई बीमारियां भी हो सकती हैं. फिर इसका ज़िम्मेदार कौन होगा सरकार या फिर ये मासूम बच्चे. कई लोगों के तो घरों में ये गंदा पानी घुस गया है. मगर ये नेताओं को नहीं दिख रहा है.
गांव के लोग सरकार से विनती कर रहे हैं की पक्की न सही कच्ची सड़क ही नालियां बनवा दो. मगर नेता और मंत्री क्यों सुनने वाले है. जहाँ मुख्यमंत्री का दौरा होगा सिर्फ वहां ही साफ़ सफाई कराई जाएगी.
गांव में इतना पानी भर गया है कि कही निकलने का रासता नहीं है. इसके लिए भी ग्रामीण लोगो और देशराज जो चिलौली गांव के मुबारकपुर निवासी हैं सबने मिलकर सरकार को पत्र लिखा है. की यहाँ से गंदा पानी निकालने के लिए कुछ करें. मगर कोई जवाब न है किसी नेता या मंत्री के पास. क्या ऐसे ही पुरे हो रहे हैं बीजेपी के वादे. क्या इसके लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों को सजा मिलेगी. क्या इस गांव के हालात कभी ठीक होंगे. ऐसे ही सवाल लोगों के मन में बने हुए हैं.