लखनऊ में आर.के. ज्वैलर्स के शोरूम पर बदमाशों का डाका, दो की हत्याकर लाखों लूटकर भागे-
राजधानी में खुले घूम रहे बदमाशों ने एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट से लोगों के दिलों में दहशत बना दी है. बदमाशों ने कल शनिवार की देर रात इस साल की सबसे बड़ी घटना को अंजाम दिया है. जिसमें दो लोगों की मौत भी हो गई.

प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीजीपी ओपी सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर रहे थे तभी बेखौफ बदमाशों ने कृष्णानगर थाना क्षेत्र स्थित आलमबाग सराफा बाजार में आरके ज्वैलर्स में डकैती डाल दी. फिल्मी स्टाइल में आरके ज्वैलर्स के यहां बाइक से आए पांच-छह बदमाश पिस्टलों से गोलियां चलाते हुए धावा बोल दिया. और अंदर घुस कर सोने चांदी के जेवर और नकदी लेकर फरार हो गए.
जब शोरूम के मालिक और कारीगर गुड्डू पटवा ने बदमाशों का विरोध किया तो बदमाशों ने उनपर गोलियां बरसा दी. जिसमें दोनों बुरी तरह घायल हो गए. चोरी कर जब बदमाश बाहर निकलने लगे तो शोरूम के बगल में मौजूद एटीएम के गार्ड देशराज ने भी बदमाशों को रोकने की कोशिश की मगर बदमाश ज्यादा थे और उन्होंने गार्ड को गोलियों से भून दिया. तभी एक गोली वहां मौजूद एक महिला को भी जा लगी. जिसे देख सभी लोग सन्न रह गए. इतने में बदमाश भाग निकले.
ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान देशराज और गुड्डू की मौत हो गई, जबकि राजीव कुमार गुप्ता की हालत नाजुक बताई जा रही है, युवती के हाथ में गोली लगी है. दहशत का आलम यह था कि आसपास के दुकानदार शटर गिराकर भाग निकले. वहीं, एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि बदमाश साढ़े चार लाख के जेवर ले गए हैं. सीसी कैमरे की मदद से मामले की छान बीन की जा रही है.
अब सवाल ये उठता है की शोरूम के पास में ही पुलिस चौकी मौजूद थी. फिर भी बदमाशों में पुलिस कर कोई खौफ नहीं है. योगी सरकार और पुलिस प्रशासन रोज ही अपनी तारीफों के पुल बांधते रहते हैं की हमने ये किया वो किया. मगर सच तो ये है की बदमाश आज भी खुले घूम रहे हैं और बेक़सूर मासूम की जान ले रहे हैं. पैसा चला जाये तो कमाया जा सकता है मगर जान चली जाये तो वापस नहीं आ सकती. मगर सरकार से इससे कोई मतलब नहीं है. सरकार सिर्फ मुआवजा देने के लिए बैठी है.