भारतीय सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस, पकड़े गए आतंकियों ने कुबूला- पाक फौज देती है हमले और घुसपैठ की ट्रेनिंग
जम्मू-कश्मीर में सेना ने लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी गिरफ्तार किए हैं. जिन्होंने पाकिस्तान की पूरी पोल खोल कर रख दी है. दोनों आतंकियों ने अपने गुनाह कुबूल लिए हैं और पाकिस्तान के नापाक मंसूबों की सच्चाई सबके सामने रख दी है.

चिनार सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एडीजी मुनीर खान ने आज बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. जिसमें लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने कहा कि पाकिस्तान घाटी में शांति को बाधित करने के लिए कश्मीर घाटी में अधिकतम आतंकियों की घुसपैठ करा रहा है. 21 अगस्त को हमने दो पाकिस्तानी नागरिकों को पकड़ा था, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हैं.
सेना की तरफ से दोनों आतंकियों का कबूलनामा जारी किया गया है. इन दोनों के नाम खलील अहमद और मोजम खोखर हैं. दोनों के कोड नाम खालिद और नाजिम हैं. ये दोनों गुलाम कश्मीर के रहने वाले हैं. आतंकियों ने बताया कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) के उस तरफ पाकिस्तानी फौज हमारी मदद कर रही है. पाक फौज की मदद से ही हमें घुसपैठ और हमले की ट्रेनिंग मिली है. आतंकियों ने अपने बयान में कबूला है की 15 आतंकी घुसपैठ और हमले की फिराक में हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने कहा कि सबसे ज्यादा घटनाएं राजौरी और घाटी क्षेत्र में हुईं हैं. पांच से सात आतंकी हर रोज घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं. हमारी सेना माकूल जवाब दे रही है. फिलहाल स्थितियां नियंत्रण में हैं. 6 अगस्त को पत्थरबाजी के दौरान जख्मी हुए कश्मीरी नागरिक असरार अहमद खान की बुधवार को मौत हो गई है. पिछले 30 दिन में यह पांचवें कश्मीरी नागरिक की मौत है.
केजेएस ढिल्लों ने श्रीनगर में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आपके अच्छे भविष्य की कामना करता हूं. मेरा आपसे निवेदन है कि कठिन अध्ययन करें, ड्रग्स से दूर रहें, बंदूकों से दूर रहें. अपनी पढ़ाई पर ध्यान लगाओ, अपने लिए भविष्य बनाओ. अपने माता-पिता और शिक्षकों को गौरवान्वित करें.