किसान आंदोलन (Kisaan Andolan) में टेंट के अंदर बैठे किसानों ने की पढ़ाई, बनेंगें उत्तर प्रदेश सरकार में अफसर और समझेंगें कृषि कानूनों के नफा नुकसान..

उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन (Kisaan Andolan) के बीच एक अच्छी खबर भी आई है..यहां पर टेंट में बैठकर पढ़ाई करने वाले एक किसान इंद्रपाल सिंह की मेहनत रंग लाई है..और वो अब उत्तर प्रदेश सरकार में असिस्टेंट कमिश्नर बन चुके हैं..
किसान इंद्रपाल सिंह कौशांबी के रहने वाले हैं..ये काफी समय से किसान आंदोलन (Kisaan Andolan) का हिस्सा रहे हैं..और इन्होने यही पर अपनी तैयारी कि और किसान आंदोलन में 6 महिने से ज्यादा का समय बिता चुके हैं..और अब उनका चयन UPPSC के तहत हुआ है..और अब ये सभी को जागरुक करेगें…
मार्च में जब उनका इंटरव्यू हुआ उसके बाद उन्होने अपनी पोस्ट संभाल ली..इंद्रपाल सिंह कहते हैं कि अब वो सिस्टम का हिस्सा हैं..अब वो खुद कृषि कानूनों की बारीकियाों को समझेंगें..कि इसमें किसानों को क्या फायदा है क्या नुकसान है..और फिर वो सभी किसानों को जागरुक करेंगें..इंद्रपाल सिंह कहते हैं कि जब से उन्होने उत्तर प्रदेश सरकार में अपना पद संभाला है..उसके बाद से उन्होने किसान आंदोलन (Kisaan Andolan) का रुख नही किया है..
किसान इंद्रपाल ने खुद भी पढ़ा और बच्चों को भी पढ़ाया
इंद्रपाल सिंह किसान आंदोलन (Kisaan Andolan) की हर छोटी बड़ी गतिविधियों में हिस्सा लेते रहें हैं..खाली समय में वो खुद भी पढ़ते थे और बच्चों को भी पढाते थे..और उनकी पढाई के बाद अब इंद्रपाल सिंह को 2 साल के प्रोविजन पीरियड पर हैं..और इसके बाद उन्हें असिस्टेंट कमिश्नर नियुक्त कर दिया जाएगा..
किसान इंद्रपाल कहते हैं कि वो भले ही किसान आंदोलन (Kisaan Andolan) का हिस्सा रहें हो लेकि उन्होने कभी-भी अपना समय बर्बाद नहीं किया..उन्हें जब भी समय मिला वो पढ़ते रहें हैं..और बच्चों को भी पढ़ाते रहें हैं..