कर्नाटक सरकार पर ख़तरे के बादल, 11 विधायकों का इस्तीफा, ‘बीजेपी’ सरकार बनाने को तैयार
कर्नाटक में 13 महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन सरकार पर गहरा खतरा मंडरा रहा है. 13 विधायकों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपने से राज्य में मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली महज साल भर पुरानी सरकार खतरे में पड़ गई है.

इस्तीफा सौंपने वाले इन विधायकों में बीसी पाटिल (BC Patil), एच विश्वनाथ (H Vishwanath), नारायण गौड़ा (Narayan Gowda), शिवराम हेब्बर (Shivaram Hebbar), महेश कुमाथल्ली (Mahesh Kumathalli), प्रताप गौड़ा पाटिल (Pratap Gowda Patil), रमेश जारकीहोली (Ramesh Jarkiholi) और गोपालैया (Gopalaiah) जैसे कई नेता शामिल हैं. वहीं आज रविवार को खबर आई है की 10 विधायक चार्टर्ड विमान से मुंबई पहुंच गए हैं.
इधर बवाल मचा है और कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी अमेरिका और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव ब्रिटेन गए हुए हैं. दोनों आज रविवार को बेंगलुरु लौटेंगे. अब अगर स्पीकर रमेश कुमार विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करते हैं, तो कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आ जाएगी.
कर्नाटक में चल रहे सियासी संकट को लेकर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा, कि भाजपा को कर्नाटक में चुनी गई सरकार हजम नहीं हो रही है. भाजपा विधायकों को खरीदकर कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार को अस्थिर करना चाहती है. देश में आया राम, गया राम यानी खरीद फरोख्त की राजनीति शुरू हो गई है.
वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा, कि राज्यपाल फैसला लेने का सर्वोच्च अधिकार रखते हैं. सांविधानिक मत के तहत अगर वो हमें बुलाते हैं, तो हम सरकार बनाने के लिए तैयार हैं. हमारी सरकार बनती है तो बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री होंगे.
बतादें कि अगर कांग्रेस के नौ और विधायकों ने इस्तीफा दे दिया तो विधानसभा में कांग्रेस-जदएस की संयुक्त संख्या 100 तक ही सीमित हो जाएगी जबकि भाजपा की सदस्य संख्या 105 है. ऐसे में भाजपा सरकार बनना तय है. फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष ने इस्तीफों पर कोई फैसला नहीं लिया है. उन्होंने कहा है कि वो सोमवार तक बाहर हैं और कोई भी फैसला वे मंगलवार को कार्यालय आने के बाद ही लेंगे.