सचिवालय से भी उतारा गया झंडा, अब जम्मू कश्मीर में लहरेगा सिर्फ तिरंगा
जम्मू-कश्मीर में जब से अनुच्छेद 370 के कई प्रावधानों को हटाया गया है तब से ही ये बात तो बिलकुल साफ हो गई थी कि अब राज्य में केवल तिरंगा ही लहराएगा. मगर आज ये साबित भी हो गया है. जी हाँ श्रीनगर स्थित सचिवालय से भी जम्मू-कश्मीर का झंडा हटा दिया गया है.

जम्मू-कश्मीर के सचिवालय पर आज से केवल तिरंगा लहराएगा. इससे पहले तक सचिवालय की इमारत पर तिरंगा के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर का भी झंडा लहराता था. कल रविवार को दोपहर करीब 2.30 बजे श्रीनगर सचिवालय से जम्मू कश्मीर का झंडा उतारा गया था. अब सभी सरकारी कार्यालयों पर केवल तिरंगा ही फहरेगा. बतादें कि राज्य का झंडा सात जून, 1952 को स्वीकार किया गया था. लाल रंग के झंडे में तीन सफेद पट्टियां और सफेद हल था. पट्टियां तीनों संभाग जम्मू, कश्मीर और लद्दाख का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं.
पहले माना जा रहा था कि 31 अक्तूबर को जब राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश बनने पर ही राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा. दरअसल, अभी पांच अगस्त को ही मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के कई प्रावधानों को खत्म करने का फैसला किया था. अनुच्छेद 370 में ही जम्मू-कश्मीर के लिए अलग संविधान और झंडा का प्रावधान था. अब अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में भारत का संविधान पूरी तरह से लागू हो गया है.
जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है. अधिकारियों ने रविवार को कहा कि घाटी के कई इलाकों में लैंडलाइन टेलीफोन सेवा शुरू कर दी गई है. वहीं, राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि संचार सेवा ठप होने से कश्मीर में कई लोगों की जानें बचीं हैं. कश्मीर में बाजार लगातार 21वें दिन भी बंद है. दुकानें और सार्वजनिक परिवहन भी बंद है. अब तक सप्ताहिक बाजार भी नहीं खुला है. हालांकि, कुछ विक्रेता शहर के कई इलाकों में स्टाल लगा रहे है.