इसरो ने किया नई तारीख़ का ऐलान, इस दिन लॉन्च होगा भारत का मून मिशन ‘चंद्रयान-2’

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-2 के लॉन्च होने की नई तारीख दे दी है. पिछली 15 तारीख को मिशन लॉन्च होने ही वाला था कि 56 मिनट पहले ही तकनीकी ख़राबी के चलते इसे रोक दिया गया था.

isro chandrayaan-2 launch now rescheduled
isro chandrayaan-2 launch now rescheduled

अब इसरो ने सभी तकनीकी ख़राबी को ठीक कर दिया है. इसरो के अनुसार, अब 22 जुलाई 2019 को दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर चंद्रयान-2 लॉन्च किया जाएगा. बतादें मून मिशन चंद्रयान-2 को देश के सबसे ताकतवर बाहुबली रॉकेट GSLV-MK3 से लॉन्च किया जाना है. इस मिशन पर देश की ही नहीं बल्कि दुनिया की नज़र है.

इस मिशन की सबसे खास बात ये है कि इसमें एक ऑर्बिटर, एक लैंडर (जिसका नाम विक्रम रखा गया है) और एक रोवर (जिसका नाम प्रज्ञान रखा गया है) होगा. इस मिशन का मुख्य उदेश्य चन्द्रमा पर सॉफ्ट लैंड करना और उसकी सतह का अध्ययन करना होगा. ये मिशन पहले के किए गए मून मिशन का अगला पड़ाव होगा. Chandrayaan 2 मिशन को 18 सितंबर 2008 को मंजूरी मिली थी.

Chandrayaan 2 दुनिया का पहला ऐसा मिशन होगा जो चन्द्रमा के साउथ पोलर रीजन में सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. अपने दूसरे मून मिशन चंद्रयान-2 के साथ ISRO अंतरिक्ष विज्ञान की दुनिया में हो सकता है कि छोटा कदम रख रहा हो, लेकिन ये भारत की छवि बनाने के लिए एक लंबी छलांग साबित हो सकती है. क्योंकि अभी तक दुनिया के तीन देश ही चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करा पाए हैं. जिसमें अमेरिका, रूस और चीन शामिल हैं.

अंतरिक्ष केंद्र के निदेशक ए राजाराजन ने बताया कि इस प्रक्रिया में हर चरण में जीएसएलवी मार्क-3 के हिस्से चंद्रयान से अलग होते जाएंगे. ये कहां गिरेंगे, इसके लिए केंद्रीय मिशन कंट्रोल टीम निगरानी करती है और उन इम्पैक्ट लोकेशनों की सटीक जानकारी देती है. किसी हादसे को रोकने और रॉकेट के पाटर्स को अध्ययन के लिए वापस पाना आसान होता है. वहीं प्रक्षेपण से जुड़ा डाटा भी जमा किया जाता है.