टोल से पेट्रोल तक महंगाई की मार : संपादकीय व्यंग्य (Inflation hit from toll to petrol diesel)

डीजल रोज 80 पैसा बढ़ता है..पेट्रोल भी 80 पैसा बढ़ता है..रह गई थी सीएनजी वो भी 80 पैसा बढ़ने लगी..80 पैसे रोज बढ़ाते बढ़ाते 10 दिन में डीजल पेट्रोल पर 7 रूपए से ज्यादा बढ़ा डाले हैं..आगे-आगे पेट्रोल चल रहा है पीछे-पीछे डीजल चल रहा है और उसेक पीछे सीएनजी चल रही है..जिस गाड़ी से आप चल रहे हैं उसका ईंधन तो महंगा हो ही रहा है..जिस रोड पर आप चल रहे हैं उसका टोल टैक्स भी महंगा कर दिया गया है..तेल महंगा हुआ कारण पता चला कि रूस और यूक्रेन लड़ पड़े हैं इसलिए महंगा हो गया..(Inflation hit from toll to petrol diesel)
टोल टैक्स वालों को कौन सींघ मार गया भाई..टोल तो भारत में हैं..या टोल से रूसी गुजरने लगे थे..इसलिए टोल महंगा कर दिया..टोल क्यों महंगा कर दिया भाई..यूक्रेन से आकर कोई टोल नाके में घुसा जा रहा था..टोल से विधायक जी फ्री निकलेंगे..टोल से सांसद जी फ्री निकलेंगे..टोल से पार्षद जी फ्री निकलेंगे..लेकिन टोल से रामू कल्लू अमित अशोक और आसिफ फ्री नहीं निकल सकते..टोल महंगा करने से नेताओं की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ता..एक दो दिन में बता देंगे..टोल टैक्स इसलिए बढ़ा दिया है क्योंकि हमें इससे सेना को सैलरी देनी है..सीमा की सुरक्षा बढ़ानी है..चीन को आंख दिखानी है..पाकिस्तान को जवाब देना है..सब कुछ तेल से और टोल से तेल से और किराने से ही हो पाएगा. (Inflation hit from toll to petrol diesel) .
पहले गाड़ी खरीदने का टैक्स दो..फिर गाड़ी खरीदकर रोड पर लाओ तो रोड टैक्स दो..फिर अच्छी रोड पर चलानी है तो टोल टैक्स दो..उसमें भी गाड़ी के पहियों के हिसाब से टैक्स दो..आरे भाई जब अच्छी सड़क पर चलने के टोल लगाकर अलग से पैसे लेते हो तो घटिया सड़क भी तुमने ही बनवाई है..इस पर चलने वालों को टोल लगाकर पैसे दिया करो..सरकार तो सार्वजनिक चीजें बेहतर करने के लिए चुनी जाती है ना..भारत में जो कंपनी सड़क बनाती है..सड़क की लागत के बराबर जब तक कीमत जनता से नहीं वसूल नहीं ली जाती है तब तक सड़क पर टोल लगाकर वसूली की जाती है..फिर सड़क के रखरखाव के नाम पर टोल लगाकर रखते हैं.. (Inflation hit from toll to petrol diesel)
लेकिन टोल टैक्स बढ़ाने की कौन सी जरूरत पड़ गई..दोस्तों सच बात तो ये है कि सरकारों को जनता की हालत से कोई लेना देना नहीं है..सिंगल प्वाइंट एजेंडा है खून चूस लो जितना चूसना है..अमीर राष्ट्रवाद के नाम वोट देगा..गरीब राशन पर वोट देगा..मिडिल क्लास जो ना गरीब है ना अमीर है..उनका खून चूसते रहो..तेल के दाम बढ़ रहे हैं..सरकार जान रही है..जब तेल के दाम बढ़ रहे हैं तो उसी समय टोल टैक्स बढ़ाना बहुत ज्यादा जरूरी था क्या..बिना टोल के दाम बढाए भारत विश्व गुरू नहीं बन पा रहा था क्या.. (Inflation hit from toll to petrol diesel)
मैं तो जनता के लिए बोलती हूं…मेरा घर कौन सा टोल नाके के नीचे है..लेकिन संवेदनशील सरकार होने के नाते ये सोचना चाहिए कि एक तरफ जब रूस यूक्रेन युद्ध की मजबूरी बताकर हम तेल के..सिलेंडर के सीएनजी के पीएनजी के किराने के दाम बढ़ाकर देश को महंगाई की आग में झोंक रहे हैं..तब उसी समय टोल टैक्स बढ़ाने की जरूरत थी क्या..मोदी जी आप बताईये थी क्या..निर्माला जी आप तो वित्त मंत्री हैं आप बताईये थी क्या.. दोस्तों महंगाई वक्त के साथ बढ़ती है..और बढ़ेगी इसमें कोई दो राय नहीं है इसे कोई रोक भी नहीं सकता..सरकारें इसीलिए चुनी जाती हैं कि देश का मैनेजमेंट बना रहे व्यवस्ता बनी रहे..व्यवस्था देख रहा कोई जिम्मेदार टोल तेल सीएनजी..सब एक साथ महंगा नहीं कर सकता. (Inflation hit from toll to petrol diesel)