‘लखनऊ से दिल्ली’ रूट पर दौड़ेगी देश की पहली प्राइवेट ट्रेन, ये होंगी सुविधाएं-
रेलवे विभाग आपकी सुविधाओं के लिए एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है. जिस तरह मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में 100 दिन के एक्शन प्लान पर हैं. उसी तरह रेलवे भी 100 दिन के एक्शन प्लान में काम कर रहा है.

इसी के तहत रेलवे विभाग ने देश की दो प्रीमियम ट्रेनों को निजी क्षेत्र की मदद से दौड़ाने की योजना बना ली है. जिसमें पहली ट्रेन Tejas Express लखनऊ से दिल्ली के बीच चलेगी. और जबकि दूसरी ट्रेन दक्षिण भारत में चल सकती है. शुरुआत में इस ट्रेन की टिकटिंग, बोर्डिंग और खानपान की जिम्मेदारी रेलवे की संस्था भारतीय रेलवे खानपान पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) की होगी.
रेल कोच फैक्ट्री से तेजस एक्सप्रेस का रैक लखनऊ पहुंच चुका है. रेलवे बोर्ड ने 11 क्षेत्रों में नई सुविधाएं देने का एक्शन प्लान बनाया है. जिसके तहत 100 दिनों में इसे लागू करने की समय सीमा तय की गई है. इस ट्रेन को चलाने का जिम्मा जोनल रेलवे की जगह आइआरसीटीसी को देने के लिए बोर्ड मुख्यालय में एक बैठक भी हो गई है. दिल्ली और लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस देश की पहली प्राइवेट ट्रेन होगी.
दिल्ली-लखनऊ रूट पर तेजस ट्रेन का लंबे वक्त से इंतजार था. ये ट्रेन मौजूदा वक्त में आनंदनगर रेलवे स्टेशन पर खड़ी है. जिसे ओपन बिडिंग की प्रॉसेस के बाद प्राइवेट प्लेयर को सौंप दिया जाएगा. वैसे इस समय दिल्ली-लखनऊ रूट पर इस वक्त 53 ट्रेन चलाई जा रही हैं. मगर इसमें कोई भी राजधानी ट्रेन नहीं है. इस रुट की सबसे प्रीमियम ट्रेन स्वर्ण शताब्दी है, जिससे दिल्ली से लखनऊ जाने में सफर में तकरीबन साढ़े छह घंटे का वक्त लगता है.
तेजस एक्सप्रेस का नाम लखनऊ में क्या रखा जायेगा ये आइआरसीटीसी तय करेगा. ट्रेन का किराया भी रेलवे बोर्ड की जगह आइआरसीटीसी तय करेगा. सबसे बड़ी बात इस ट्रेन में सब्सिडी नहीं मिलेगी. लेकिन किराया शताब्दी एक्सप्रेस से अधिक होगा, लेकिन सुविधाएं विमानों से बेहतर दी जाएंगी.