लखनऊ समेत 8 बड़े हॉस्पिटल और डॉक्टर्स के घरों पर ‘इनकम टैक्स’ का छापा
आज लखनऊ समेत कई शहरों में इनकम टैक्स ने सुबह 6 से ही छापे मारने शुरू कर दिए. इस बार इनकम टैक्स के अधिकारियों ने बड़े डॉक्टरों को टारगेट किया है. सुबह होते ही इनकम टैक्स की टीम ने प्रदेश भर में 8 बड़े हॉस्पिटल्स और कई डॉक्टर्स के आवासों पर एक साथ छापेमारी की है.

इन शहरों में हुई छापेमारी
ये छापेमारी लखनऊ, मुरादाबाद, हापुड़, नोएडा, मेरठ के नामी हॉस्पिटल में की गई है. इनकम टैक्स की टीम बेनामी संपत्ति, टैक्स भुगतान, सालाना कमाई से जुड़े दस्तावेजों को आधार बना कर ये छापेमारी कर रही है. सूत्रों का कहना है कि इन हॉस्पिटल ने करोड़ों रुपए कमाए, लेकिन टैक्स भुगतान नहीं किया है. आयकर अफसरों को इन डॉक्टरों के पास अघोषित आय और निवेश की जानकारी मिली, इसके साथ ही लेखा पुस्तकों में भी छेडख़ानी के संकेत मिले हैं.
कई दिनों से बन रहा था प्लान
आयकर विभाग की टीमें काफी दिनों से इन सभी डॉक्टरों के बारे में जानकारी जुटा रही थीं. पर्याप्त जानकारी होने के बाद आयकर विभाग ने प्लान बनाकर गुरुवार को एक साथ सभी डॉक्टरों के घर और अस्पतालों पर छापा मार दिया. प्रधान निदेशक आयकर जांच अमरेंद्र कुमार के निर्देशन में आठ टीमें बनाई गईं थीं. जिसके बाद उत्तर प्रदेश में 8 जगहों पर सहायक निदेशक ने कार्रवाई शुरू की.
इन ठिकानों पर हुई छापेमारी-
- डॉ. महेश चंद्र शर्मा, एसपीएम हास्पिटल एंड ट्रामा सेंटर, कानपुर.
- डॉ. महेश चंद्र शर्मा, एसआइपीएस हास्पिटल, लखनऊ.
- डॉ. रतन कुमार सिंह, चरक हास्पिटल लखनऊ.
- डॉ. प्रेम कुमार खन्ना, जेपीएमसी पैथ लैब, मुरादाबाद.
- डॉ. भूपेंद्र सिंह न्यूरो फिजिशियन मेरठ.
- डॉ. राजीव मोटवानी, नियो हास्पिटल नोएडा.
- डॉ. गुलाब गुप्ता, नियो हास्पिटल, नोएडा.
- डॉ. अंकित शर्मा, जीएस मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल, पिलखुआ, हापुड.
इन बड़े डॉक्टरों व अस्पतालों में छापे मारे जाने से पूरे यूपी में हड़कंप मच गया है. इस कार्यवाही को देख छोटे डॉक्टर्स और क्लीनिक चलाने वाले भी घबरा गए हैं. कई ऐसे डॉक्टर्स हैं जो सरकार से सैलेरी लेने के बाद भी अपना प्राइवेट क्लीनिक चलाते हैं और लोगों से मनमाना पैसा वसूलते हैं. जबकि सरकार इसकी अनुमति नहीं देती है.