फिर टली बिलकिस बनो केस की सुनवाई, कोर्ट ने सरकार को लगाईं फटका

बिलकिस बानो ( Bilkis Bano ) गैंगरेप केस के 11 दोषियों की रिहाई के खिलाफ याचिका पर सुनवाई एक बार फिर से टल गई और ये जो सुनवाई टली है उसकी वजह सुन कर आप हैरान हो जाएँगे ! सुनवाई तलने की वजह है एक दोषी का कोर्ट न आना है ।

असल में जब अदालत में बिलकिस बनो ( Bilkis Bano ) केस को लेकर सुनवाई शुरू हुई तो दोषी के वकील ने अदालत को बताया कि उनके मुवक्किल को अभी तक कोर्ट का औपचारिक नोटिस नहीं मिला है, क्योंकि वह घर पर नहीं है। वो कहा है किसी को ये भी नहीं पता। ऐसे मे जब तक उनके मुवक्किल को नोटिस नहीं मिलेगा तब तक सुनवाई नहीं हो सकती । उनकी इस बात पर बिलकिस बनो ( Bilkis Bano ) की वकील शोभा गुप्ता बोली –

शोभा गुप्ता का बयान ( बिलिस की वकील )

गुजरात पुलिस ने पूरी कोशिश की है. नोटिस उसके घर पर सर्व होना था. उसके घर पर ताला लगा हुआ था और उसका फोन बंद था. उसने एक बार फोन उठाया भी, लेकिन फिर फोन स्विच ऑफ हो गया. नोटिस की एक कॉपी उसे व्हाट्सएप पर भेजी गई और दूसरा कॉपी उसके घर के मुख्य दरवाजे पर चिपकाई गई. उसके भाई और भतीजे ने यह कहते हुए नोटिस को स्वीकार करने से इनकार कर दिया कि वे दोषी के बारे में कुछ नहीं जानते. गुजरात पुलिस ने पूरी कोशिश की, लेकिन फिर भी नोटिस सर्व नहीं हो सका.’

बार-बार टाल नहीं सकती सुनवाई

यानि के जानबूझ कर दोषी कोर्ट में आने से बच रहा है …वही इस पर कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता एक बार फिर दोषी को नोटिस सर्व करने की कोशिश करें….अगर फिर भी उसे नोटिस न दिया जा सके, तो नोटिस एक अंग्रेजी और एक गुजराती अखबार में छपवा दिया जाए। कोर्ट दोषी को नोटिस न मिलने की वजह से बार-बार मामले की सुनवाई टाल नहीं सकती।ॉ

केंद्र और गुजरात सरकार को फटकार

आपको बता दें इस केस की पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र और गुजरात सरकार को फटकार लगाईं थी …जस्टिस केएम जोसेफ ने कहा कि आप चाहते ही नहीं कि बेंच इस मामले पर सुनवाई करे। उन्होंने कहा कि 16 जून को मैं रिटायर हो जाऊंगा। उस दौरान मैं छुट्टी पर रहूंगा, इसलिए मेरा लास्ट वर्किंग-डे 19 मई है। हमने यह साफ कर दिया था कि मामले को निपटारे के लिए सुना जाएगा। लेकिन दोषी के आने का बहाना दे कर सुनवाई टालने की कोशिश की जा रही है ।

आप केस जीत सकते हैं या हार हार सकते हैं, लेकिन कोर्ट के लिए अपने कर्तव्य को मत भूलना । हालाँकि इसके बाद केंद्र-गुजरात सरकार ने 11 दोषियों की रिहाई से जुड़ी फाइलें कोर्ट में पेश करने पर सहमति जताई है ।

अब इस तारीक को होगी सुनवाई

दोस्तों बिलकिस ने अपनी याचिक में गुजरात सरकार पर अपने दोशितों को समय से पहले रिहा करने की बात कही थी ,,,…जिसका गुजरात सरकार विरोध कर रही थी …इसपर सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आप एक सेब की तुलना संतरे से कैसे कर सकते हैं….एक गर्भवती के साथ बलात्कार और और उसके परिवार के सात लोगो की हत्या करने वाले दोषियों को रिहा करके आप क्या सन्देश देना चाहते हैं ? अब इस मामले की अगली सुनवाई की तरीक 11 जुलाई दी गई है । इस तरीक पर भी सुनवाई हो पाएगी या नहीं ये देखना होगा !