दलित हनुमान जी को दिला दी सपा की सदस्यता…
हनुमान जी दलित थे ये तो पूरा देश जान गया मगर अब एक बड़ी खबर सामने आ रही है. क्या आपने कभी सोचा था की हनुमान जी राजनीति में भी आएंगे या कोई पार्टी ज्वाइन करेंगे. शायद आपको विश्वास न हो लेकिन हनुमान जी ने पार्टी ज्वाइन कर ली है.

समाजवादी पार्टी के एमएलसी सुनील साजन आपने कार्यकर्ताओं के साथ एक जगह लोगों से मिलने उनका हाल चाल लेने पहुंचे थे. सभी लोग जमीन में बैठे बात कर रहे थे तभी अचानक वहां हनुमान जी प्रकट हो गए. मतलब वहां एक बंदर आ गया और सभी के बीच में बैठ गया. कुछ देर तक बंदर वहीँ बैठा रहा और वहां मौजूद सभी की बात सुनता रहा.
जब बंदर वहां से नहीं गया तो सपा एमएलसी सुनील साजन ने उसको समाजवादी पार्टी की टोपी पहना दी. और बंदर ने भी इसको स्वीकार कर लिया. इस दृश्य को देखकर सभी लोग हैरान और खुश भी थे. बतादें सुनील सिंह साजन उन्नाव के रहने वाले हैं और अखिलेश के बेहद करीबी माने जाते हैं.
पिछले साल नवम्बर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक रैली में हनुमान जी को दलित बता दिया था. तभी से ये मामला पूरे देश में आग की तरह फैल चुका है. और तब से हनुमान जी की कई जातियां बदल चुकी हैं.
यूपी में नई पार्टी बनकर उभर रही शिवपाल की पार्टी ने भी दलित वाले बयान पर सवाल खड़े किये थे. शिवपाल की पार्टी से जुड़े उनके कार्यकर्ताओं ने वाराणसी के जिलाधिकारी को एक पत्र लिखा था. जिसमें भगवान हनुमान को जाति प्रमाण पत्र देने की मांग की गई थी.
योगी आदित्यनाथ भी इस बयान के बाद जहां-जहां भी चुनाव प्रचार करने गए वहां बीजेपी को कोई बड़ी सफलता नहीं मिली. बजरंगबली ने बता दिया कि उनका अली से कोई मुकाबला था ही नहीं. योगी के भाषण के मुताबिक ना तो औवैसी हैदराबाद छोड़कर भाग पाए ना ही बीजेपी की लहर चल पाई.
तेलंगाना में योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अगर तेलंगाना में बीजेपी की सरकार बनी तो ओवैसी को निजामों की तरह हैदराबाद छोड़कर भागना पड़ेगा.
चुनाव के दौरान योगी ने बजरंगबली को दलित, वनवासी, गिरवासी और वंचित तक कह डाला था, साथ ही उन्होंने कहा था कि बजरंगबली एक ऐसे लोक देवता हैं जो स्वयं वनवासी हैं, गिर वासी हैं, दलित हैं और वंचित हैं. चुनाव को ध्यान में रखकर राम भक्त केवल बीजेपी को ही वोट दें और रावण भक्त कांग्रेस को वोट दे. बीजेपी वो पार्टी है जो औरंगजेब जैसे लोगों से आपकी रक्षा कर सकती है.