अयोध्या की हनुमान गढ़ी में रोज शाम 4 बजे आते हैं ‘हनुमान’.. इसी गद्दी पर बैठते हैं
Ulta Chasma Uc : श्रीराम नगरी अयोध्या के हनुमान गढ़ी में लोगों का मानना है की यहाँ साक्षात् हनुमान जी रहते हैं और रोज़ शाम 4 बजे उनके लिए मंदिर में ही एक विशेष गद्दी लगाई जाती है. जिसपर हनुमान जी आ कर बैठते हैं. हनुमान जी हनुमानगढ़ी मंदिर के राजा माने जाते हैं. कहते हैं की मंदिर में जब हनुमान जी की आरती की जाती है, उस समय वरदान मांगने से सबकी इच्छा पूरी हो जाती है.

इतिहासकारों का मानना है कि लंका नरेश रावण का वध करके हनुमान जी पुष्पक विमान में श्रीराम, सीता और लक्ष्मण जी के साथ हनुमानगढ़ी आए थे. उसी समय से हनुमान जी यहाँ विराजमान हो गये. या ये कहें की लोगों ने उनको हनुमानगढ़ी का राजा मान लिया. पर हनुमान जी यहाँ हमेशा एक रामभक्त के रूप में ही रहे. और सबकी सेवा करते रहे.

इसके साथ ही भगवान श्री राम जी ने अयोध्या का राज-काज हनुमान जी को ही सौंपा था. और श्री राम जी ने हनुमान जी को एक बड़ा अधिकार भी दे दिया. भगवन राम ने कहा की जो भी अयोध्या में मेरे दर्शन के लिए आएगा वो पहले तुम्हारे ही दर्शन करेगा.

इसलिए अयोध्या में दूर दूर से रामभक्त दर्शन करने आते हैं, पर श्री राम से पहले लोग हनुमान जी के दर्शन करते हैं. हनुमानगढ़ी एक ऊँचे टीले पर बना हुआ है.
मंदिर के पुजारी रोज़ शाम 4 बजे हनुमान जी के बैठने के लिए सिंहासन लगा देते हैं. ये सिंहासन फूलों से सजाया जाता है. फिर एक छोटी कालीन बिछाने के बाद उसपर सफ़ेद रंग की गद्दियां रखी जाती हैं. यही प्रक्रिया रोज़ होती है साफ सफाई कर उनके लिए गद्दी तैयार कर दी जाती है. कहते हैं की हनुमान जी यहाँ आ कर कुछ देर बैठते हैं.

आज भी यहाँ छोटी दीपावली को हनुमान जी का जन्मदिन भी बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है. हनुमानगढ़ी को हनुमान जी का घर भी कहा जाता है.
Web Title : Hanuman arrives at 4 pm every evening in Ayodhya Hanumangarhi
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