हलवा खाकर बेसमेंट में कैद हुए ‘वित्त मंत्री’ समेत 100 अधिकारी और कर्मचारी,
नॉर्थ ब्लॉक स्थित वित्त मंत्रालय के बेसमेंट में हलवा सेरेमनी हुई. इस मौके पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन, वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर के साथ ही मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.

इसी के साथ ही नए बजट के डॉक्यूमेंट्स की छपाई का काम भी शुरू हो गया है. इस नए बजट में 100 अधिकारी और कर्मचारी लगे हुए हैं. देश के हर वर्ग को हर साल बजट का इंतजार रहता है. सभी को इसमें दिलचस्पी होती है कि आखिर इस बार का बजट उनकी उम्मीदों पर कितना खरा उतरेगा. और किसके लिए क्या सुविधाएँ होंगी. बतादें कि साल 2019-20 का बजट मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट है.
वित्त मंत्रालय के बेसमेंट में शनिवार को हलवा सेरेमनी के साथ ही 100 अधिकारी और कर्मचारी अगले 13 दिनों के लिए कैद हो गए हैं. बजट पेश होने से लगभग एक सप्ताह पहले से तो इन लोगों को 24 घंटे नॉर्थ ब्लॉक में ही गुजारना पड़ेगा. अब जबतक वित्त मंत्री द्वारा लोक सभा में बजट पेश नहीं होगा तबतक कोई वहां से रिहा नहीं किया जायेगा. 5 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोक सभा में बजट पेश करेंगी.

हर साल बजट की प्रिंटिंग शुरू होने से पहले वित्त मंत्रालय के दफ्तर में एक बड़ी कढ़ाई में हलवा बनाया जाता है. इस खास रस्म के पीछे वजह है कि भारतीय परंपरा के अनुसार कुछ भी नया काम शुरू करने से पहले मुहं मीठा करने की परम्परा रही है, इसलिए ही बजट को प्रिंटिंग के लिए भेजने से पहले इस परंपरा को निभाया जाता है.
इसके अलावा भारतीय परंपरा में हलवे को काफी शुभ भी माना जाता है. एक रिसर्च के अनुसार मीठा खाने से सकारात्मकता और ऊर्जा का संचार होता है, इसी के चलते बजट में भी हलवा सेरेमनी की शुरुआत हुई.
और इस दौरान वित्त मंत्रालय की सुरक्षा व्यवस्था भी सख़्त होती है. किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश वित्त मंत्रालय में नहीं होता है. और छपाई से जुड़े अधिकारी और कर्मचारियों को भी बाहर आने-जाने या अपने सहयोगियों से मिलने की अनुमति नहीं होती है. अगर किसी विजिटर का आना बहुत जरूरी है तो उन्हें सुरक्षाकर्मियों की निगरानी में अंदर भेजा जाता है.