18 अलगाववादी और 155 कश्मीरी नेताओं से छीनी गई उनकी सुरक्षा, खर्च सुनकर उड़ जायेंगे होश-
हालही में 5 बड़े अलगाववादी नेताओं से उनको दी गई सुरक्षा वापस ले ली गई थी. वहीं जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 18 अलगाववादियों और 155 नेताओं को दी गई सुरक्षा बुधवार को हटा दी है. माना जा रहा है कि पुलवामा अटैक को देखते हुए सरकार ने ये कदम उठाया गया है.

जम्मू-कश्मीर प्रशासन के इस फैसले के बाद 1000 से ज्यादा सेना के जवान और 100 से ज्यादा गाड़ियां पुलिस की रूटीन ड्यूटी के लिए फ्री हो गई हैं. बतादें कि सिविल सर्विसेज के 2010 के टॉपर और हाल ही में आईएएस की नौकरी छोड़ने वाले शाह फैजल का नाम भी सुरक्षा छिनने वालों की सूची में है. प्रशासन ने ये फैसला राज्य के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा समीक्षा की बैठक में लिया गया.
बैठक में कहा गया कि अलगाववादियों को दी गई सुरक्षा संसाधनों की बर्बादी हो रही है. इसका कोई मतलब ही नहीं है. जिनकी सुरक्षा घटाई गई है, उनमें एसएएस गिलानी, आगा सैयद मौसवी, मौलवी अब्बास अंसारी, यासीन मलिक, सलीम गिलानी आदि शामिल हैं. इससे पहले पांच अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई थी. जिसमें अलगाववादी नेता मीरवाइज फारूक, अब्दुल गनी भट, बिलाल लोन, हाशिम कुरैशी और शब्बीर शाह शामिल हैं.
कश्मीर में लगातार आतंकवाद बढ़ता ही जा रहा है. और ये अलगाववादी नेता भी पाकिस्तान से मिलकर उनके लिए काम करते हैं और कश्मीर के युवाओं को आतंकी बनाते हैं. मगर क्या आप जानते हैं की इन आतंकियों के आकाओं की सुरक्षा पर सरकार कितने रुपये खर्च करती है. 5 अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा पर सरकार सालाना करीब 10 करोड़ रुपए खर्च करती है. एक आरटीआई में यह बात सामने आई है कि इनकी सुरक्षा और सुविधाओं पर खर्च राज्य सरकार करती है. अब आप ही सोचिये की 115 नेताओं पर कितना खर्च होता होगा.