गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाले केमिकल इंजीनियर का दिमाग खराब है : संपादकीय व्यंग्य (Attack on Gorakhnath Temple)

PRAGYA KA PANNA
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ये कौन सी बात हुई भाई..कि मां बाप ने IIT बॉम्बे में पढ़ाया केमिकल इंजीनियर बनाया और उसका दिमाग खराब हो गया..वो मंदिर पर हमला करने पहुंच गया..उसने मॉल पर हमला नहीं किया..उसने बाजार में हमला (Attack on Gorakhnath Temple) किया..उसने अपने मोहल्ले पर हमला नहीं किया..उसने अपने ऊपर हमला नहीं किया..वो बांका लेकर मंदिर पहुंच गया हमला करने..अगर उसका दिमाग खराब था..तो मुस्लिम होकर मंदिर में दर्शन करने जा सकता था..उसका दिमाग खराब था तो वो मुस्लिम होकर मंदिर में नमाज पढ़ सकता था..अगर उसका दिमाग खराब था..तो मंदिर में सो सकता था…बांका लेकर गिरजाघर..चर्च..या मस्जिद में नहीं घुसा..उसका दिमाग इतना खराब था कि उसे मंदिर ही मिला था बांका लेकर हमला करने के लिए..

उसका दिमाग इस मामले में बिल्कुल सही था..कि हमला धारदार हथियार से करना है..दिमाग खराब था तो गुलाब के फूल से हमला करता..क्या साहब क्या ऊट पटांग के लॉजिक दिए जा रहे हैं..दिमाग नहीं खराब था..परवरिश खराब थी..केमिकल इंजीनियर करने के बाद दिमाग में फॉर्मूले नहीं जहर भर गया था..और जहर की खेती करने वालों का अंजाम आप सबको मालूम है..समस्या है तो सवाल कीजिए..हथियार उठाने वालों के लिए ना भारत के कानून में कोई रहम है ना समाज आपके लिए संवेदनाएं दिखा पाएगा..

अरे भाई पढ़ा लिखाकर मां बाप ने तुमको केमिकल इंजिनियर इसीलिए बनाया है कि मंदिरों में हमले करते घूमो..लोगों को मारो काटो..मैं सही बात के लिए सरकार तक से लड़ जाती हूं..मेरा खून खौल गया है जब से ये बेहूदगी वाला समाचार देखा है..दिमाग नहीं खराब है..ये जहर की खेती की नतीजा है..गोरखनाथ मंदिर (Attack on Gorakhnath Temple) पर मामले की जांच एंटी टेररिस्ट स्कॉयर्ड कर रही है…योगी आदित्यनाथ ने बांके से हुए हमले में घायल पुलिस वालों का हालचाल जाना है..

मंदिर में हथियार लेकर घुसना..जवानों से राइफल छीनने की कोशिश करना…आम बात नहीं है..हमलावार का नाम अहमद मुर्तजा अब्बासी है..ये गोरखपुर में सिविल लाइंस का ही रहने वाला है..मुनीर अहमद का बेटा है. मंदिर पर हमला (Attack on Gorakhnath Temple) करने वाले अब्बासी के घर वाले उसे मानसिक रूप से बीमार बता रहे हैं..एक बात कहे देती हूं..जो आतंकी बनते हैं..जिनका ब्रेन वॉश किया जाता है..जिको ह्यूमन बम बना दिया जाता है..वो मानसिक रूप से बीमार ही होते हैं..अगर मानसिक रूप से बीमार नहीं होते तो..लोगों की हत्याएं करने नहीं निकल पड़ते..मंदिर के भीतर का सीसीटीवी फुटेज भी है..दो पीएसी के जवान घायल हैं..जांच चल रही है..

Disclamer- उपर्योक्त लेख लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार द्वारा लिखा गया है. लेख में सुचनाओं के साथ उनके निजी विचारों का भी मिश्रण है. सूचना वरिष्ठ पत्रकार के द्वारा लिखी गई है. जिसको ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है. लेक में विचार और विचारधारा लेखक की अपनी है. लेख का मक्सद किसी व्यक्ति धर्म जाति संप्रदाय या दल को ठेस पहुंचाने का नहीं है. लेख में प्रस्तुत राय और नजरिया लेखक का अपना है.