नहीं रहे गोवा के मुख्यमंत्री ‘मनोहर पर्रिकर’, नेताओं ने दी श्रद्धांजलि, आज होगा अंतिम संस्कार-
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (63) का रविवार शाम को निधन हो गया. निधन के बाद से पूरे देश में शोक की लहर फैल गई है। पक्ष-विपक्ष के नेता, हस्तियां, परिकर को श्रद्धांजलि अर्पित कर रही हैं. उन्होंने शाम 7 बजे के करीब अपनी अंतिम सांस ली.

मनोहर पर्रिकर पैन्क्रियाज कैंसर से जूझ रहे थे. और लम्बे समय के बाद आज उनका निधन हो गया. केंद्र सरकार ने पर्रिकर के निधन के चलते सोमवार को राष्ट्रीय शोक घोषित किया है. उनका अंतिम संस्कार सोमवार को किया जाएगा और गोवा में सोमवार को स्कूल कॉलेज बंद रहेंगे.
मनोहर पर्रीकर का पार्थिव शरीर सोमवार सुबह 9:30 से 10:30 बजे तक पणजी में भाजपा हेडक्वार्टर में रखा जाएगा. उसके बाद 10:30 बजे कला अकादमी ले जाया जाएगा. सुबह 11 से शाम 4 बजे तक आम जनता मनोहर पर्रीकर को श्रद्धांजलि दे सकेंगे. शाम 5 बजे मनोहर पर्रीकर का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
पर्रीकर के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, गायिका लता मंगेशकर, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, थावर चंद गहलोत, मुख्तार अब्बास अंसारी, मनोज सिन्हा, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, शरद यादव, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ट्वीट कर श्रद्धांजलि अर्पित की.
पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने दी श्रद्धांजलि-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ”मनोहर पर्रिकर एक अद्वितीय नेता थे. वे एक सच्चे देशभक्त और असाधारण प्रशासक थे. वह सभी की प्रशंसा करते थे. राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा को आने वाली पीढ़ियां याद करेंगी. उनके निधन से गहरा दुख हुआ. पर्रिकर आधुनिक गोवा के निर्माता थे.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि गोवा और मनोहर पर्रिकर को कभी अलग नहीं कर सकते
गायिका लता मंगेशकर ने कहा कि पर्रिकरजी का जाना देश के लिए एक बड़ा नुकसान है
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “मनोहर पर्रिकर जी के निधन की खबर से आहत हूं. वे राजनीति में सादगी के प्रतीक थे, जिन्होंने विनम्र जीवन व्यतीत किया. इस दुख की घड़ी में भगवान उनके परिवार को अपूरणीय क्षति से लड़ने की शक्ति दे.”
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “मनोहर पर्रिकर के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ. वे बहादुरी के साथ गंभीर बीमारी के साथ एक साल से भी ज्यादा समय तक लड़े. आदरणीय पर्रिकर पार्टी लाइन से हटकर गोवा के पसंदीदा बेटे थे. उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाए हैं.”
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, नि:शब्द हूं. सुशील और सादगीपूर्ण राजनीति का चेहरा आज खो गया. मनोहर भाई सही मायने में हर कार्यकर्ता के हृदय पर राज करने वाले नेता थे. राजनीति में शुरुआती दिनों से वे मेरे साथी और अच्छे मित्र थे. गोवा के विकास के लिए लिए आख़िरी साँस तक संघर्ष करने वाले भारत माँ के इस महान सपूत को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि. ॐ
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘’मनोहर पर्रिकर एक अच्छे इंसान थे. उनके निधन से राजनीति में बहुत बड़ी क्षति हुई है. हमने एक अच्छा राजनीतिज्ञ खो दिया है. मैं अपनी पार्टी और अपनी ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.”
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पर्रिकर के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि आज संघ ने भी अपना एक आदर्श स्वयंसेवक खो दिया.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, मनोहर पर्रिकर जी के देहांत का समाचार सुनकर बहुत दुःख हुआ. हालाँकि वो बहुत समय से बीमार थे तो भी मन इसके लिए तैयार नहीं था कि वह हमें इतनी जल्दी छोड़ जायेंगे. मेरे लिए तो वो भाई की तरह थे इसलिए उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है.
अखिलेश यादव ने कहा, लंबे वक्त से बीमार चल रहे गोवा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर पर्रिकर जी का जाना दुखद! ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं परिवार को शक्ति दे. राजनीतिक जीवन में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा. शत् शत् नमन!
सीएम योगी ने कहा, कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ते हुए जिस जीवटता के साथ वह देश सेवा में लगे रहे, वह अपने आप में कर्मठता का सर्वोच्च उदाहरण है, ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और परिजनों को इस दुःख को सहन करने की क्षमता प्रदान करें. देश के एक कर्मठ कर्मयोगी के असमय जाने से मन व्यथित है. प्रशासनिक कार्यों में कड़क, व्यवहार में सौम्य और मृदुभाषी मनोहर पर्रिकर जी का निधन देश की अपूरणीय क्षति है.
बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने कहा, गोवा के मुख्यमंत्री व पूर्व रक्षा मंत्री श्री मनोहर परिकर के निधन की खबर अति-दुखःद है. वे काफी लम्बे समय से बीमार चल रहे थे. श्री परिकर बहुत लम्बे समय से राजनीति में सक्रिय रहे तथा चार बार गोवा के मुख्यमंत्री बने. उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना.
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने उन्हें कर्मठ, संकल्पित और ईमानदार व्यक्तित्व बताते हुए श्रद्धांजलि दी. और कहा कि मनोहर परिकर बीमारी की परवाह न करके अंतिम क्षण तक काम करने वाले व्यक्ति थे. उन्होंने एक अत्यंत ईमानदार, कर्मठ, सोच और इरादों से संकल्पित नेतृत्व प्रदान किया. गोवा और देश ने आज एक सितारा खो दिया.