झंडे को लेकर बंगाल में बड़ी हिंसा, चलीं गोलियां, 5 बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत
लोकसभा चुनाव में तो हिंसा हुई ही थी. मगर चुनाव समाप्त होने के बाद भी पश्चिम बंगाल में हिंसा लगातार जारी है. आज भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई है.

इस राजनीतिक हिंसा में भाजपा के पांच और तृणमूल के एक कार्यकर्ता के मारे जाने की खबर है. शनिवार शाम दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं में झंडा हटाने को लेकर विवाद हुआ था. भाजपा नेता सायंतन बसु ने बताया कि उनकी पार्टी के तीन कार्यकर्ता (सुकांता मंडल, प्रदीप मंडल और शंकर मंडल) की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई, जब वो लोग टीएमसी कार्यकर्ताओं को भाजपा के झंडे हटाने से रोक रहे थे.
बसु ने बताया कि दो और कार्यकर्ताओं की भी मौत हो गई है लेकिन अभी उनके शव नहीं मिले हैं. उधर तृणमूल ने भी एक कार्यकर्ता की हत्या का दावा किया है. पार्टी के वरिष्ठ राज्य मंत्री ज्योतिप्रियो मलिक ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपहरण के बाद तृणमूल समर्थक कयूम मुल्ला की गोली मारकर हत्या कर दी है. वारदात के वक्त कयूम तृणमूल की बैठक में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प.बंगाल के उत्तर 24 परगना में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसा पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है. हालांकि पुलिस ने इन मौतों पर कुछ भी कहने से मना कर दिया है. पुलिस का कहना है कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल को घटनास्थल पर भेजा गया था.
भाजपा नेता मुकुल रॉय ने आरोप लगाया कि तृणमूल नेता और ममता बनर्जी क्षेत्र में आतंक फैलाने में शामिल हैं. हमने गृह मंत्री अमित शाह, कैलाश विजयवर्गीय और राज्य के अन्य नेताओं को इस बारे में जानकारी दे दी है. हिंसा वाले क्षेत्र में सांसदों की एक टीम जाएगी और शाह को रिपोर्ट भेजेगी.