इसबार 0.71% अधिक हुआ मतदान, आयोग ने जारी किया फ़ाइनल ‘वोट प्रतिशत’, देखें पूरी लिस्ट-
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव में वोट प्रतिशत का फाइनल आंकड़ा जारी कर दिया है. इस बार सात चरणों में कुल 67.11 प्रतिशत वोटिंग हुई है. जो 2014 के चुनाव के मुकाबले 0.71 प्रतिशत अधिक है.

सबसे ज्यादा वोटिंग वाला राज्य त्रिपुरा बना. यहाँ सबसे अधिक 83.20 प्रतिशत वोट डाले गए. तो वहीं सबसे कम जम्मू-कश्मीर में 29.39% प्रतिशत वोट पड़े. त्रिपुरा के बाद दूसरे नंबर पर आता है नागालैंड उसके बाद मणिपुर. फिर चौथे नंबर पर आता है पश्चिम बंगाल. यहाँ हर चरण के मतदान में खूब हिंसा हुई और बम्पर वोटिंग भी. यहाँ 81.91% वोट डाले गए हैं.
देखें कहां हुई कितने प्रतिशत वोटिंग-
- आंध्रप्रदेश 79.88%
- अरुणाचल प्रदेश 77.38%
- असम 81.53%
- बिहार 58.08%
- गोवा 74.94%
- गुजरात 64.11%
- हरियाणा 70.30%
- हिमाचल प्रदेश 71.52%
- जम्मू और कश्मीर 29.39%
- कर्नाटक 68.63%
- केरल 77.67%
- मध्य प्रदेश 71.20%
- महाराष्ट्र 61.40%
- मणिपुर 82.69%
- मेघालय 71.32%
- मिजोरम 63.06%
- नगालैंड 83.09%
- ओडिशा 73.10%
- पंजाब 65.84%
- राजस्थान 65.95%
- सिक्किम 78.81%
- तमिलनाडु 72.01%
- त्रिपुरा 83.20%
- उत्तर प्रदेश 59.60%
- पश्चिम बंगाल 81.91%
- छत्तीसगढ़ 70.57%
- झारखंड 66.83%
- उत्तराखंड 61.48%
- तेलंगाना 62.53%.
- अंडमान निकोबार द्वीप समूह 65.18%
- चंडीगढ़ 70.62%
- दादर और नागर हवेली 79.59%
- दमन और दीव 79.59%
- लक्षद्वीप 84.96%
- पुड्डुचेरी 81.21%
- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली 60.52%
अब दो दिन बाद 23 मई को फ़ाइनल रिजल्ट घोषित हो जायेगा कि किस पार्टी को कितने प्रतिशत वोट और सीटें मिली हैं. और सरकार किसकी बनेगी ये भी शाम तक एक दम साफ़ हो जायेगा. उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण राज्य है. और यहाँ सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीट भी हैं. इसलिए अपना वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए और बीजेपी को हराने के लिए 25 सालों के दुश्मन सपा-बसपा एक हो गए.
इस बार पिछले चुनावों के मुकाबले मतदाताओं की संख्या में 7.59 करोड़ की बढ़ोतरी हुई। 2014 में देश में कुल 83.40 करोड़ वोटर्स थे. और 66.4 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला था. 2009 में 58.21 प्रतिशत, 2004 में 58.7 प्रतिशत और 1999 में 59.99 प्रतिशत वोट पड़े थे. सुरक्षा की बात करें तो सात चरणों में हुए इन चुनावों में करीब 20 लाख सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई थी. ये संख्या भारतीय सेना के वर्ष 1986-87 के युद्धाभ्यास ‘ऑपरेशन ब्रासटेक्स’ में लगे सुरक्षा बल से भी ज्यादा है.