डॉक्टरों की हड़ताल का UP में दिखा बड़ा असर, इधर-उधर भटकते रहे मरीज़
पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के साथ मारपीट की घटना के विरोध में देशभर में डॉक्टरों की हड़ताल ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. आज सोमवार सुबह 6 बजे से मंगलवार सुबह 6 बजे तक फिर हड़ताल का एलान हो गया है.

उधर डॉक्टरों की हड़ताल के मामले में दाखिल जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट भी सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को देश के सरकारी डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई करेगा. दाखिल याचिका में देश के सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गई है. साथ ही कोलकाता मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई का पश्चिम बंगाल सरकार को निर्देश देने की भी मांग की गई है.
हालांकि, मरीजों के लिए एक राहत भरी खबर है कि इस दौरान अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी. आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नबाना में राज्य के प्रत्येक मेडिकल कॉलेज के दो प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगी. प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर्स के कार्य बहिष्कार का बड़ा असर उत्तर प्रदेश में भी पड़ा है. लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU), एसजीपीजीआइ और लोहिया संस्थान सहित प्रदेश के बड़े अस्पताल के डॉक्टर्स हाथ पर काली पट्टी बांधकर कार्य बहिष्कार पर हैं. जिसके कारण प्रदेश में चिकित्सा सेवा ठप हो गई है. मरीज के साथ तीमारदार बेहद परेशान हैं.
इन संस्थान में मरीज आ रहे हैं और इलाज न होने पर वापस भी जा रहे हैं. वहीं जांच के लिए भी मरीज भटकते रहे. केजीएमयू, पीजीआई और लोहिया संस्थान में मरीजों को नहीं देखा गया है. पर्चा काउंटर पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है. इसी के चलते लोहिया अस्पताल, बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु और रानीलक्ष्मीबाई संयुक्त अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है.
लखनऊ के फातिमा, विवेकानंद पॉलीक्लीनिक, चरक हॉस्पिटल समेत कई बड़े अस्पतालों की ओपीडी बंद रही. सुबह आठ बजे से शुरू होने वाली ओपीडी में हजारों की संख्या में लोग वापस हुए. एक तो वैसे भी ये सरकारी अस्पताल मरीजों को कोई सुविधाएँ नहीं दे पाते हैं अब ऊपर से इनकी हड़ताल से मरीजों के मरने की संख्या और बढ़ सकती है.
अभी हालही में पत्रकार प्रज्ञा मिश्रा ने लखनऊ में सरकारी अस्पताल किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में मरीजों की सुविधाओं को लेकर एक बड़ा खुलासा किया था. जिसमें सभी अधिकारीयों की नींद उड़ गई थी. प्रज्ञा मिश्रा जब अस्पताल पहुंचीं तो वहां का हल देख कर सभी के होश उड़ गए. आप खुद देख लें की क्या हुआ:-