यूपी में जलवा है तो सिर्फ ‘डिम्पल भाभी’ का है, जानें- 2012 से अबतक का ‘ख़ूबसूरत सफ़र’
उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है जिस पर पूरे देश की नजर रहती है. और यहां की राजनीति भी बड़ी दिलचस्प है. जनता के पसंद की बात करें तो सबसे पहले नाम तो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ही आता है. और बहतरीन जलवे की बात करें तो सिर्फ अखिलेश की पत्नी और सबकी भाभी डिम्पल का नाम आता है.

राजनीति में कदम रखने के बाद डिम्पल भाभी अपना पहला चुनाव तो हार गर्इं थीं मगर 2012 में जब अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनें तब से डिम्पल भाभी की मानों किस्मत ही बदल गई हो. अखिलेश ने अपने द्वारा जीती गयी कन्नौज लोक सभा सीट पत्नी डिम्पल के लिये खाली कर दी थी. और उन्होंने इस सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया.
बड़ी बात ये थी कि किसी भी विपक्षी पार्टी ने उनके मुकाबले में अपना प्रत्याशी ही नहीं उतारा वहीं दो अन्य प्रत्याशियों दशरथ सिंह शंकवार (संयुक्त समाजवादी दल) और संजू कटियार (स्वतन्त्र उम्मीदवार) ने अपना नामांकन ही वापस ले लिया. परिणाम ये हुआ कि 2012 का लोक सभा उप-चुनाव डिम्पल ने निर्विरोध जीत लिया.
ऐसे ही दिन पर दिन उनकी चर्चा बढ़ने लगी और डिम्पल कहीं भी निकलती तो पहले मीडिया ही उनको घेर लेती और सवाल जवाब शुरू हो जाते थे. और अपने कार्यक्रमों में बुलाने के लिए हर बड़ी कम्पनियों और बिजनेसमैनों में जैसे होड़ मच गई थी. मजेदार बात तो ये भी है कि जब-जब डिंपल यादव अपने परिवार या बच्चों के साथ कहीं निकलती हैं, तो अधिकारी इस कदर चौकन्ने हो जाते हैं, मानो जैसे खुद सीएम साहब चलकर आ गये हों.
एक बात और शायद आपको मालूम ना हो कि कई कार्यक्रमों में तो अखिलेश साहब को बुलाया तक नहीं जाता है. कार्ड पर पहले ही लिख देते हैं, कि कार्यक्रम का उद्घाटन सांसद डिंपल यादव करेंगी.
2014 का लोकसभा चुनाव भी डिम्पल यादव ने बखूबी जीता और यूपी की जनता में अपना विश्वास और सम्मान बढ़ाया. 2017 में हुए उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में तो डिम्पल यादव ने गदर ही मचा दिया था. तब जनता के दिल में सिर्फ एक ही नारा था. यूपी के पहिया अखिलेश भैया, विकास की चाभी डिम्पल भाभी. डिम्पल जहां भी रैली करती वहां लाखों की संख्या में भीड़ पहले से ही पहुँच जाती थी. हालाँकि अखिलेश के राहुल से हाथ मिला लेने से सभी ख़फ़ा हो गए और पारिवारिक कलह भी हो गई जिसमें अखिलेश ने अपनी सरकार खो दी.
लेकिन ऐसा नहीं है की सपा के चाहने वाले कम हो गए हैं. बल्कि और ज्यादा बढ़ गए हैं. सच पूछिए तो वो डिम्पल इस समय यूपी की टॉप सेलेब्रिटीज में गिनी जाती हैं. आज भी डिम्पल का जलवा कायम है. अभी हालही में डिम्पल ने एक सभा को सम्बोधित किया वहां पर तो अदभुत नज़ारा देखने को मिला. डिम्पल को देखने के लिए लोग इतने दीवाने थे की वहां लगे खम्भों पर चढ़ गए.

यूपी में कन्नौज लोकसभा क्षेत्र के रसूलाबाद विधान सभा में बुधवार को सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने रोड शो किया. जहां भारी संख्या में भीड़ पहुंची. रैली में कार की छत खुली और उसमें से डिम्पल जैसे ही निकलीं लोग जोर जोर से नारे लगे. रोड शो में अखिलेश यादव जिंदाबाद, डिंपल भाभी जिंदाबाद के नारों ने पार्टी के अनुकूल माहौल बना दिया.

डिंपल यादव चुनावी जीत सुनिश्चित करने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं. और जनता भी इसमें उनका खूब साथ दे रही है. रोड शो के दौरान जगह-जगह लोगों ने उन पर फूल बरसाए. डिम्पल की गोद में ये बच्चा देख ही रहे होंगे आप. पर क्या आपको पता है की ये है कौन ? ये वहीं खजांची है जो नोटबंदी के समय हुआ था. तभी अखिलेश यादव ने इसका नाम खजांची रख दिया और हर साल ये बच्चा चर्चा में रहता है. इसको लेकर बुधवार को अखिलेश यादव ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर तंज भी कसा है.
‘विकास’ पूछ रहा है: प्रधान जी इस बच्चे को पहचाना क्या? ये वही खजांची है, जो नोटबंदी की लाइन में पैदा हुआ था. अब ये भी ज़िद कर रहा है कि हम भी भाजपा के ख़िलाफ़ वोट डालेंगे तो हमने कहा बेटा अभी तुम बहुत छोटे हो और वैसे भी जो तुम्हारे साथ बुरा करे उसके साथ बुरा करना अच्छी बात नहीं. pic.twitter.com/Cgz8BoavoY
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 24, 2019