अयोध्या में होगा ऐतिहासिक दीपोत्सव, बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड, ये देश होंगे शामिल
भगवान राम की नगरी अयोध्या में इस बार दिवाली के अवसर पर 24-26 अक्टूबर तक दीपोत्सव का कार्यक्रम मनाया जाएगा. योगी सरकार इसको और खास बनाने में लगी हुई है.

पर्यटन विभाग महीनों से इसकी तैयारी में लगा हुआ है. जब से अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपोत्सव की घोषणा की है तब से निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है. अधिकारियों द्वारा लगातार समीक्षा जारी है. अब 14 अक्टूबर को कमिश्नर मनोज मिश्र अंतिम बार कार्यों की प्रगति का निरीक्षण करेंगे. इसके बाद किसी भी दिन सीएम योगी भी अयोध्या का दौरा कर सकते हैं.
जोरों पर है तैयारियां
मतलब साफ है कि इस बार का कार्यक्रम ऐतिहासिक होने वाला है. इसमें कोई शक नहीं है. दीपोत्सव में राम की पैड़ी, सरयू घाट, रामकथा पार्क में मुख्य तौर पर आयोजन किए जायेंगे. रामकथा पार्क में तीन स्टेज बनेंगे. और राम की पैड़ी पर इस बार 3 लाख से ज्यादा लगभग 3 लाख 21 हजार दीप जलाए जाने हैं. ये अपने आप में ही एक रिकोर्ड है. क्योंकि पिछली बार राम की पैडी पर कुल 3.35 लाख दीए जलाए गए थे. वहीं रामकथा पार्क में राम कथा गैलरी, क्वीन किम हो का पार्क, पार्किंग, ओपन एयर थिएटर जैसी अन्य चीजें बनाई जानी है. इसके अलावा घाटों के सौंदर्यीकरण पर भी काम बड़ी ही तेजी से चल रहा है.
अधिकारियों को दिए सख़्त निर्देश
अयोध्या के डीएम ने बताया कि 13 अन्य धार्मिक स्थलों पर भी पांच हजार दीप एक साथ जलाए जाएंगे. दीपोत्सव से जुड़े हर कार्य को प्रत्येक दशा में 15 अक्टूबर तक अवश्य पूरा करने के सख्त आदेश दिए गए हैं. वहीं दूसरी तरफ नगर निगम साफ-सफाई के मामले में फिसड्डी साबित हुआ. जब अधिकारी निरीक्षण करने आए तो उन्हें शहर में जगह-जगह कूड़ों का ढेर मिला. और सबसे जरूरी बात ये है कि अभी तक दीपक-तेल-बाती के लिए फंड भी रिलीज नहीं किया गया है. इसके लिए पर्यटन अधिकारी को दो दिन में इसकी व्यवस्था कराने का निर्देश दिया गया है.
विदेशी कलाकार मचाएंगे धूम
24 अक्टूबर से शुरू होने वाले दीपोत्सव की वैश्विकता विदेशी कलाकारों से बयां होगी. क्योंकि इस दौरान रामलीला प्रस्तुति के लिए मॉरीशस, थाईलैंड, सूरीनाम, इंडोनेशिया और नेपाल की मंडलियों का आगमन सुनिश्चित हुआ है. सभी मंडलियां 24 और 25 अक्टूबर को गुप्तारघाट और नयाघाट मंच पर लीला करेंगी. फिर 26 अक्टूबर को दीपोत्सव के दिन रामकथा पार्क के मंच से प्रस्तुति देंगी. हर मंडली में आठ से 12 कलाकार विभिन्न रामकथा प्रसंगों का मंचन करेंगे.
इस दीपोत्सव के कार्यक्रम में श्रीलंका के पांच कलाकार चित्रकार के तौर पर प्रतिभाग करेंगे. रामकथा संग्रहालय प्रदर्शनी में देश के चुनिंदा 10 कलाकारों सहित श्रीलंका के पांच कलाकारों की भी कृतियां प्रदर्शित होंगी.