राहुल ने सुप्रीम कोर्ट से मांगी माफ़ी, कहा- गर्म माहौल में मुँह से निकल गया ‘चौकीदार चोर है’
चौकीदार चोर है, चौकीदार चोर है, चौकीदार चोर है
ये नारा तो याद ही होगा आपको, ये राहुल गाँधी का पसंदीदा नारा है. और राहुल ये अपनी हर सभा में बोलते हैं. मगर उन्होंने इस नारे में सुप्रीम कोर्ट को खींच कर गलती कर दी थी. अब उनको अपने किये कर शर्मिंदा होना पड़ गया.

कुछ दिन पहले ही राहुल अपनी एक सभा को सम्बोधित कर रहे थे. और राफेल डील को लेकर पीएम मोदी पर तंज कस रहे थे. फिर वो इतना बौखला गए की उन्होंने कह दिया की अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी मान लिया है की चौकीदार चोर है. दरअसल शीर्ष अदालत राफेल डील के लीक दस्तावेजों को सबूत मानकर मामले की दोबारा सुनवाई के लिए तैयार हो गई थी. राहुल ने इसी को मुद्दा बना लिया था.
राहुल की इस हरकत से भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी ने उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अवमानना की याचिका दायर कर दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान में लेते हुए राहुल को नोटिस भेज दी थी. आज सोमवार को राहुल गाँधी ने अपने कहे शब्दों पर माफ़ी मांग ली है. राहुल ने कहा- मैं सुप्रीम कोर्ट के बयान के खिलाफ गया उसके लिए मुझे खेद है. चुनावी माहौल की गर्मी के बीच ऐसा बयान निकल गया. मेरा इरादा कोर्ट के आदेश को गलत प्रस्तुत करने का नहीं था. मेरे बयानों को राजनीतिक विरोधियों ने गलत तरह से इस्तेमाल किया है.
अब राहुल की ये खेद मंजूर है या नहीं इसपर सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को सुनवाई करेगा. राहुल गाँधी पर अभी भी तलवार लटकी हुई है. मगर उनको चुनाव आयोग ने एक राहत की खबर दे दी है. राहुल के नाम को लेकर 4 प्रत्याशियों ने शिकायत की थी. लेकिन आज अमेठी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के रिटर्निंग अफसर ने सभी आपत्तियों को खारिज करते हुए राहुल का नामांकन वैध करार दिया है.