योगी ने अखिलेश से लिया 4 साल पहले का बदला, लखनऊ से प्रयाग तक कराया लाठीचार्ज
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आज अखिलेश यादव सपा छात्र नेता के कार्यक्रम में जा रहे थे मगर उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया. जिसके बाद से विवाद बढ़ता ही जा रहा है.

अखिलेश यादव के न पहुँचने से इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य स्थगित कर दिया गया है. विश्वविद्यालय में सपा कार्यकताओं की आपात बैठक बुलाई गई. मौके हजारों की संख्या में लोग जुटे हुए हैं. सरकार के विरोध में सपा कार्यकर्ता जुलूस निकालकर बालसन जा रहे हैं. जुलूस में बदायूं सपा सांसद धर्मेंद्र यादव, फूलपुर सांसद नागेन्द्र पटले और प्रवीण निषाद भी शामिल हैं. आक्रोशित कार्यकताओं ने बालसन चौराहे पर पहुँच कर सरकारी होर्डिंग तोड़ दी है.
हर तरफ अफरातफरी का माहौल है. तोड़फोड़ कर रहे सपा कार्यकर्ताओं के ऊपर पुलिस ने लाठी चार्ज किया. जिसके विरोध में सपा कार्यकर्ताओं ने पथराव किया. कई सपा कार्यकर्ता और सांसद धर्मेंद्र यादव चोटिल हो गए हैं. सांसद धर्मेंद यादव को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया है. नाराज सपा कार्यकर्ताओं ने नगर निगम की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया है.
वहीं सीएम योगी ने सफाई देते हुए कहा कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में अराजकता न हो इसलिए अखिलेश को रोका गया है. यूनिवर्सिटी प्रशासन और प्रयागराज जिला प्रशासन की भी यही मांग थी. समाजवादी पार्टी अराजकता फैलाने के लिए जानी जाती है, अखिलेश जाते तो इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बवाल होता. छात्र गुटों में हिंसा की आशंका के चलते भी उन्हें रोका गया है.
एयरपोर्ट का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एडीएम ईस्ट वैभव सिंह अखिलेश यादव को जबरन रोक रहे हैं. और जब अखिलेश प्लेन में चढ़ने लगे तो तुरंत डीएम ने उन्हें धक्का दे दिया. जिस पर अखिलेश को भी गुस्सा आ गया और उन्होंने एडीएम से कहा- हाथ मत लगाना. बवाल आगे बढ़ता देख सिक्योरिटी ने एडीएम को पीछे क्या और अखिलेश को सुरक्षा घेरे में ले लिया.
उधर ख़बर लगते ही विधान परिषद व विधानसभा के सभी सपा नेता सदन की कार्यवाही छोड़ कर एयरपोर्ट के लिए निकले. प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन ने कहा कि यूपी में आपातकाल लागू हो गया है, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ यूनियन के उद्घाटन कार्यक्रम में जाने से रोका जा रहा है. प्रदेश सरकार प्रजातंत्र की हत्या कर रही है, सरकार गुंडे माफियाओं को सपोर्ट करती है, आम आदमी और शरीफ लोगों को परेशान कर रही है.
अखिलेश यादव पार्टी के विधायकों व एमएलसी के साथ पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को लेकर राजभवन घेरने जा रहे हैं. राजभवन को पुलिस ने अपने घेरे में ले लिया है. अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार की नीयत साफ नहीं थी और सरकार नहीं चाहती है कि मैं छात्रों से मिलूं जबकि मेरे कार्यक्रम का विवरण 27 दिसंबर को भेज दिया गया था. अखिलेश ने कहा कि यह सरकार छात्रों से डर गई है.
बताया जा रहा है कि 2015 में यूपी की अखिलेश सरकार ने भी इसी तरह गोरखपुर के तत्कालीन बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी जाने से रोक दिया था. जिसके बाद वे छात्रसंघ के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए थे. अब जब योगी यूपी के सीएम हैं तो उन्होंने अपना बदला लेते हुए अखिलेश को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी जाने से रोक दिया. जिससे अखिलेश का कार्यक्रम भी रद्द हो गया.