चीन के इस शक्तिशाली ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्स से कांप उठा अमेरिका
दुनिया में हर देश अपने आपको सबसे पॉवरफुल बनाना चाहता है. और आये दिन भारत, अमेरिका, जापान, रशिया और चाइना किसी न किसी बात को लेकर चर्चा में बने रहते हैं. मगर चाइना की ख़ासियत ये है की वो सभी देशों से आगे निकलना चाहता है. अगर अमेरिका एक बम बनाता है तो चाइना देखादेखी उससे बड़े चार बम बना कर पेश कर देता है.

हालही में अमेरिका की तरफ से ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्स’ बनाया गया था. जो बेहद ख़तरनाक है. बस उसको देख चाइना से रहा नहीं गया और जवाब के रूप में चीन ने भी बेहद विनाशकारी बम बना दिया है. चाइना की ऑफिशियल मीडिया ने उसे नॉन न्यूक्लियर का सबसे शक्तिशाली हथियार बताया है. अभी तक अमेरिका के ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्स’ और रूस के ‘फादर ऑफ ऑल बॉम्स’ ही सामने थे, लेकिन चीन ने अपने बम को इन दोनों से ज्यादा खतरनाक बताया है.
चाइना ने किया था परिक्षण
चाइना का ये विनाशकारी बम अमेरिकी ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्स’ से छोटा और हल्का है, लेकिन इससे मचने वाली तबाही बड़ी ही भयानक और खतरनाक है. चीन ने पिछले ही साल इसे एच-6 के एयरक्रॉफ्ट से गिराया था. जमीन से टकराने पर इस बम ने एक परमाणु धमाके की तरह ही बड़ा विस्फोट किया था. चीन नॉर्थ इंडस्ट्रीज ग्रुप कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NORINCO) की तरफ से इसका वीडियो भी ज़ारी किया गया था.
अमेरिका ने बरसाए थे बम
ऐसा पहली बार है हुआ है जब विनाशकारी बम को इस तरह से सार्वजनिक रूप से दिखाया और बताया गया है. मालूम हो की पिछले साल, अफगानिस्तान में आतंकियों के साथ छिड़ी लड़ाई के दौरान अमेरिकी सेना ने आईएसआईएस पर विनाशकारी बम ‘जीबीयू-43/बी मासिव ऑर्डिनेंस एयर ब्लास्ट’ (एमओएबी) बरसाए थे. इन बमों को आमतौर पर ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्स’ कहते हैं. अमेरिका ने भी पहली बार ही इसका इस्तेमाल किया था.
रूस के पास चार गुना ज्यादा पॉवरफुल बम
अमेरिका का ये बम इतना घातक था कि उसने 3 से 3.5 किलोमीटर के दायरे में आने वाली हर चीज को तबाह कर दिया था. लेकिन इससे भी ज्यादा ताकत वाले ऐसे कई बम हैं जिनके सामने MOAB यानी GBU-43/B आधा भी नहीं है. रूस के पास एक ऐसा गैर परमाणु बम है जो अमेरिका के MOAB से चार गुना ज्यादा पॉवरफुल है.
अमेरिका के ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्स’ की ख़ासियत
- MOAB जिस एरिया में गिरता है वहां 150 मीटर की रेडियस में कोई भी बिल्डिंग नहीं बचती.
- इस बम के फटने से इतनी ज्यादा आवाज होती है कि तीन किलोमीटर के दायरे के लोग बहरे हो जाते हैं.
- जिस स्थान पर MOAB ब्लास्ट होता है वहां इतनी ज्यादा गर्मी होती है कि आस पास का पानी सूख जाता है.
- 150 मीटर की रेडियस में कुछ देर के लिए ऑक्सीजन खत्म हो जाती है जिससे किसी का बच पाना मुश्किल है.
- इसका वजन करीब 9,797 किग्रा (21600 पौंड) है.
- ये बम 30 फीट लंबा और 40 इंच चौड़ा होता है.
रूस के ‘फादर ऑफ ऑल बॉम्स’ की ख़ासियत
- ये 300 मीटर से ज्यादा के रेडियस वाले इलाके का नाश कर देता है.
- इसके फटने से यहां न कोई घास बचती है और न ही कोई बिल्डिंग.
- इसकी ताकत 88000 इल्बोस टीएनटी है.
- एफओएबी एक तरह से फ्यूल-एयर बम है.
- तकनीकी रूप से इसे थर्मोबारिक हथियार के रूप में जाना जाता है.
- थर्मोबारिक बम दो चरणों में फटते हैं पहले छोटे धमाके में विस्फोटक सामग्री का गुबार पैदा होता है. इसके बाद इससे लपटें निकलती हैं.
- इससे होने वाली तबाही लगभग परमाणु बम जैसी ही होती है.
- बस इससे रेडिएशन का खतरा नहीं होता.
- इस बम का पहली बार परीक्षण 11 सितंबर, 2007 में किया गया था.