चंद्रशेखर आजाद को मिला स्वामी प्रसाद मौर्य का समर्थन, सपा, बीजेपी, बसपा की बढ़ी मुसीबतें

By UltaChashmaUC | April 13, 2024

इस बार का लोकसभा चुनाव कब किसकी तरफ करवट ले-ले इसका अनुमान लगाना बेहद मुश्किल है। बीजेपी(एनडीए), कांग्रेस-सपा (इंडिया गठबंधन), बसपा, आजाद समाज पार्टी हर पार्टी अपनी दावेदारी बहुत ही मजबूती से रख रही है। इस बीच यूपी की सियासत में एक पार्टी जो सबको चौंका रही है वो है आजाद समाज पार्टी। इस पार्टी से एक उभरता हुआ युवा नेता चंद्रशेखर आजाद अपनी दावेदारी बड़े-बड़े नेता के बराबर कर रहे हैं। चंद्रशेखर इस बार नगीना लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। जहां कहा जा रहा है कि इस सीट पर मुकाबला बीजेपी बनाम चंद्रशेखर बना हुआ है। ऐसे में चंद्रशेखर के समर्थन में राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य उतर गए हैं। जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में ये बात होने लगी है कि कहीं चंद्रशेखर और स्वामी प्रसाद मौर्य साथ मिलकर बाकी पार्टियों के लिए मुसीबत ना बन जाएं। खैर, ये तो चुनाव परिणाम बताएगा।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने वीडियो जारी कर किया समर्थन
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा कि- नगीना सीट के उम्मीदवार चंद्रशेखर को हमारी पार्टी पूरी तरह से समर्थन करती है। स्वामी ने कहा, "आज बीजेपी के राज में देश के करोड़ों नौजवान बेरोजगारी झेल रहे हैं और भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर नौजवान और कर्मठ एवं सामाजिक न्याय के प्रति समर्पित युवा नेता हैं। मैं नगीना की जनता से चंद्रशेखर आजाद जी को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील भी करता हूं।"

नगीना सीट पर इज्जत बचाने के लिए लड़ाई
सभी दलों के लिए पश्चिम यूपी की नगीना सीट काफी महत्व रखती है, लेकिन चंद्रशेखर के लिए यह अस्तित्व की लड़ाई भी है। यही वजह है कि उन्होंने अपनी पूरी ताकत झोक दी है और मजबूती से चुनाव लड़ते दिख रहे है। उनके चुनाव प्रचार में आम लोगों का खासा समर्थन भी देखने को मिल रहा है। ऐसे में इस सीट पर काफी दिलचस्प माना जा रहा है। क्योंकि भीम आर्मी के खिलाफ हर पार्टी अपनी इज्जत के लिए चुनाव लड़ रही है। बाकी पार्टियों को ऐसा लगा है कि कहीं एक उभरता हुआ नेता उनके लिए मुसिबत की घंटी ना बन जाए। जिसको देखते हुए नगीने से भाजपा ने तीन बार के विधायक ओम कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है। समाजवादी पार्टी ने मनोज कुमार (पूर्व जज) को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि बीएसपी ने सुरेंद्र मैनवाल को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।

नगीना सीट का जातीय समीकरण
नगीना सीट के जातीय समीकरण की बात करेंगे तो इस सीट पर अनुसूचित जाति के करीब 21 फीसदी वोटर हैं। हालांकि, यहां मुस्लिम वोटर भी कम नहीं हैं। यहां आने वाली 5 विधानसभा सीटें नजीबाबाद, नगीना, धामपुर, नहटौर और नूरपुर की सीटों का हिसाब लगाएं तो करीब 50 फीसदी से अधिक मुस्लिम वोटर हैं। इन सभी 5 विधानसभा सीटों पर 14,93,411 वोटर हैं। जिनमें 79,070,809 पुरुष और 6,97,857 महिला वोटर हैं। जिसमें से युवा वोट बैंक और मुस्लिम वोटर बैंक चंद्रशेखर की तरफ झुका हुआ है। वहीं आपको बता दें कि इस सीट से मायावती 1989 में लड़कर संसद पहुंची थीं। साल 2014 के चुनाव में यशवंत सिंह ने इस सीट से जीत हासिल की थी। 2019 के चुनाव में बसपा के गिरीश चंद ने इस सीट को जीता था।

PUBLISHED BY- ARUN CHAURASIYA

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