ईमानदार IAS बी चंद्रकला ने कराया खनन घोटाला ? 12 ठिकानों पर CBI के छापे
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में हुए अवैध खनन के मामले को लेकर सीबीआई ने उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 12 जगहों पर छापे मारे. वहीँ तत्कालीन डीएम बी.चन्द्रकला के लखनऊ सरोजनी नायडू मार्ग स्थित सफायर अपार्टमेंट (आवास) पर भी छापा मारा गया है. चन्द्रकला के आवास से सीबीआई की टीम ने कई जरुरी दस्तावेज जब्त कर लिए हैं.

सुबह 7 बजे पहुंची टीम
सीबीआई की टीम सुबह 7.00 बजे आईएएस चंद्रकला के फ़्लैट नंबर -101 पर छापेमारी करने पहुंची. इस दौरान टीम ने पूरा घर खंगाल डाला. और कुछ कागज़ात जब्त कर लिए है. चंद्रकला के साथ ही हमीरपुर में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संजय दीक्षित और सपा एमएलसी रमेश मिश्र और हमीरपुर के मौरंग ठेकेदारों के उरई स्थित आवासों पर भी एक साथ छापेमारी की गई है.
क्या है मामला ?
मामला ये है की योगी सरकार के सत्ता में आने से पहले अखिलेश यादव सरकार की सरकार थी और उस समय में आईएएस बी.चन्द्रकला की पोस्टिंग हमीरपुर जिले में जिलाधिकारी के पद पर की गई थी. जिसके कुछ साल बाद आईएएस बी.चन्द्रकला पर आरोप लगाए गए कि साल 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग के खनन के पट्टे किए थे. और ई-टेंडर के जरिए इन 50 मौरंग के पट्टों पर स्वीकृति देने का प्रावधान था. लेकिन बी.चन्द्रकला ने सारे प्रावधानों की अनदेखी की थी.
दायर की गई थी याचिका
इसी के खिलाफ़ साल 2015 में अवैध मौरंग खनन को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी. जिसकी सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने 16 अक्टूबर 2015 को हमीरपुर में जारी किए गए सभी 60 मौरंग खनन के पट्टे अवैध घोषित करते हुए रद्द कर दिए थे. याचिकाकर्ता का ये भी आरोप था कि, मौरंग खदानों पर पूरी तरह से बैन होने के बाद भी जिले में अवैध खनन खुलेआम किया जा रहा था.
सीबीआई को सौंपी जांच
तमाम शिकायतों और याचिका पर सुनवाई करते करते हाईकोर्ट ने 28 जुलाई 2016 को इस अवैध खनन की जांच सीबीआई को सौंप दिया. तभी से सीबीआई इस केस की जांच कर रही है. सीबीआई ने जांच में पुख्ता सुबूत जुटाए हैं. सीबीआई प्रवक्ता के मुताबिक यह कार्रवाई हमीरपुर में डीएम रहने के दौरान खनन घोटाले में चर्चित आईएएस बी. चंद्रकला का नाम सामने आने पर की गई है. इस मामले में सीबीआई ने पांच एफआईआर दर्ज की थीं.