एक्शन में आईं माया, अखिलेश के लिए अपने ‘दो दिग्गज’ नेताओं को पार्टी से निकाला
Ulta Chasma Uc : चुनावी माहौल को देखते हुए बीएसपी सुप्रीमों मायावती आजकल ऐक्शन में हैं. अपने किसी भी नेता की गलती बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैं. कल ही मायावती ने पूर्व बसपा विधायक इकबाल ठेकेदार और मुख्य जोन इंचार्ज मुरादाबाद मंडल जितेंद्र सागर को बीएसपी से निष्कासित कर दिया है. माना जा रहा है कि सपा और बीएसपी का गठबंधन लगभग तय है. ऐसे में कोई रुकावट न आये इसी के चलते ये फैसला लिया गया है.

दोनों नेताओं ने लगाए आरोप
उन दोनों की गलती सिर्फ इतनी ही थी की सपा की पूर्व विधायक रुचि वीरा बीएसपी में शामिल होने जा रही हैं और बिजनौर लोकसभा सीट पर बीएसपी से टिकट मांग रही हैं. लेकिन इन दोनों नेताओ को ये न भाया और उन्होंने इसका विरोध कर दिया. उन्होंने बसपा हाईकमान को बता दिया कि रुचि वीरा पर कई मुकदमे चल रहे हैं, उनका बसपा में शामिल होना पार्टी हित में नहीं है.
क्यों हुए दोनों पार्टी से बाहर ?
इकबाल ठेकेदार और जितेंद्र सागर द्वारा रुचि वीरा पर आरोप लगाने के बाद उनकी पैरवी कर रहे बीएसपी नेताओं ने हाईकमान को बताया कि रुचि वीरा पर राजनीतिक विद्वेष के तहत जो मुकदमे चल रहे थे वे खत्म हो गए हैं. और बुधवार को बीएसपी के कुछ नेता दिल्ली में पार्टी सुप्रीमो मायावती से मिले और पूर्व विधायक इकबाल ठेकेदार, जितेंद्र सागर की शिकायत कर दी. नेताओं ने कहा कि ये दोनों अपने निजी स्वार्थ के लिए रुचि वीरा को बीएसपी में शामिल करने का विरोध कर रहे हैं. बस मायावती ने तुरंत दोनों नेताओं को पार्टी से बाहर करने का आदेश दे दिया.
रुचि वीरा का प्लान-
सपा-बसपा का गठबंधन लगभग तय है. जिसके बाद बिजनौर लोकसभा सीट बीएसपी के खाते में जाने की उम्मीद है. यहाँ देखने वाली बात ये है की सपा की पूर्व विधायक रुचि वीरा बिजनौर से ही विधायक रह चुकीं हैं. और जब उनको ये पता चला की ये सीट बसपा-सपा गठबंधन के बाद बसपा के खाते में जा रही है तभी से उन्होंने पाला बदलने का मन बनाया और अब सपा से कूद कर माया के साथ होना चाहती हैं.
बीएसपी जिलाध्यक्ष ने की पुष्टि
बीएसपी जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने पूर्व विधायक इकबाल ठेकेदार व जितेंद्र सागर को बीएसपी से निष्कासित करने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया है.
रुचि वीरा का रास्ता साफ
अब इकबाल ठेकेदार व जितेंद्र सागर के बीएसपी से निकलने के बाद जिले की बिजनौर लोकसभा सीट पर कोई दावेदार नहीं है. जिसपर रुचि वीरा आसानी से अपनी पैठ बना सकती हैं. अगर सूत्रों की मानें तो सपा हाईकमान भी जिले की दोनों सीटें बीएसपी को देने पर राजी हो गया है. दो तीन दिन के अंदर रुचि वीरा के भी बीएसपी में शामिल होने की उम्मीद है. इससे पहले पूर्व विधायक इकबाल ठेकेदार, रविंद्र पनियाल भी बिजनौर लोकसभा सीट से बीएसपी के टिकट के दावेदार थे. लेकिन अब इकबाल ठेकेदार को हटाने के बाद रुचि वीरा का रास्ता एकदम साफ़ है.
Web Title : bsp supremo expelled two leaders
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