BJP की चौकीदारी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए सांसद ‘उदित राज’, कहा- गूंगा-बहरा नहीं रह सकता
बीजेपी ने अपने उत्तर पश्चिम दिल्ली के सांसद उदित राज का टिकट काट कर हंस राज हंस को टिकट दे दिया है. तो उदित राज ने भी नाराज़गी में बीजेपी की चौकीदारी छोड़ दी है और अपना ताम-झाम लेकर कांग्रेस के घर चल दिए हैं.

उदित राज आज से चार साल पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे. तब कई लोगों को हैरानी हुई थी. क्युकी उन्हें संघ परिवार की विचारधारा का विरोधी माना जाता था. लेकिन बीजेपी ने उत्तर पश्चिमी दिल्ली की लोकसभा सीट से टिकट दिया. और उदित राज जीत भी गए थे. तब वे बड़े गर्व के साथ कहा करते थे कि बीजेपी में दलितों का भविष्य ब्राइट है.
मगर पिछले कुछ समय से बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें हाशिये पर डाल दिया था. उन्होंने कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मिलने की कोशिश की मगर नहीं मिल पाए. उनके संदेशों पर भी कोई जवाब नहीं मिल रहा था. पांच दिन पहले ही उन्होंने हिम्मत करते हुए अपनी पीड़ा ट्विटर के जरिए व्यक्त की. इससे ही लग गया था कि बीजेपी उन्हें इस चुनाव में टिकट नहीं देने का मन बना चुकी है.
और मंगलवार को उनका टिकट कट गया और उनकी जगह हंस राज हंस बीजेपी प्रत्याशी बन गए. पिछले 24 घंटे से जारी सियासी घटनाक्रमों के बीच बुधवार सुबह उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी संग मुलाकात की. और भाजपा सांसद उदित राज कांग्रेस में शामिल हो गए. पार्टी ज्वाइन करने के बाद उदित राज ने भाजपा पर खूब निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि बीजेपी को दलित वोट तो चाहिए, लेकिन दलित नेता नहीं. 2014 में रामनाथ कोविंद मेरे पास आए थे. उन्होंने कहा कि मेरा कुछ कराइए. वो भी टिकट चाहते थे, लेकिन नहीं दिया. वे चुप रहे तो उन्हें राष्ट्रपति बना दिया गया. हो सकता है, मैं चुप रहता तो मुझे भी पीएम बना देते. मैं गूंगा-बहरा बन कर नहीं रह सकता.